कक्का जू साहब कुंवर शिवभूषण सिंह गौतम जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं।
आपकी साहित्यिक यात्रा 50 वर्षों से भी अधिक का सफर हो चुका है और साहित्य साधना में काव्य व गद्य की अनेक विधाओं में रचनाएं लिखी हैं उनकी कविताएं, आलेख व समीक्षाएं समय-समय पर देश के प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं साथ ही आपकी प्रकाशित कृतियां जिनमें आंगन में नागफनी, बरवै वाटिका, सुधन्वार्जुन युद्ध, राम शरण में आइए ,खंड-खंड बुंदेलखंड जैसे अनेक कृतियों का प्रशासन हो चुका है और वर्तमान समय में भी अन्या कृतियां आने वाली हैं आपके द्वारा जो एक वृहद पुस्तकालय अपने घर में बने हुए हैं उसमें विभिन्न तरह पुस्तके आपके संरक्षण में संग्रहित की जा रही हैं वर्तमान समय में जितनी पकड़ आपकी छंदबद्ध रचनाओं में है उतनी ही आपकी इतिहास के क्षेत्र में गहरी जानकारी है उसी का परिणाम है की बुंदेलखंड में खंड-खंड बुंदेलखंड जैसी कृति आपके द्वारा रची गई हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार के छंदों का उपयोग करके रचा गया है। आपका व्यक्तित्व सभी के लिए समान व्यवहार करना यह बहुत अच्छी बात है। आज भी आपके द्वारा पुस्तकों पाटन-पठान प्रतिदिन किया जाता है। आपके मार्गदर्शन में जो भी कार्य करेगा निसंदेह वह सफल होगा। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है। और आपका मार्गदर्शन मुझे प्राप्त होता रहता है।
पुनः जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। कक्का जू साहब भूषण जी।
नीतेंद्र सिंह परमार भारत