Friday, April 3, 2020

रवि रश्मि अनुभूति जी

9920796787**** रवि रश्मि 'अनुभूति '

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लेख ---
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 *जागरुकता* 
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*कोरोना  :   बचाव ही सुरक्षा* 
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*आप सभी से गुज़ारिश है*
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*कोरोना वायरस के बारे में*
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 *जानना आवश्यक* -----
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       शीर्षक कोरोना : बचाव और सुरक्षा ,  एक बहुत बड़ा और गंभीर और विचारणीय मुद्दा है । जब हम कोरोना के बारे में जानेंगे तो उसके बचाव के बारे में जान पायेंगे , तभी हम कह सकेंगे कि इससे बचाव में ही सुरक्षा छिपी है । मैं  इसे जागरुकता का नाम दे सकती हूँ । 
          कोरोना महामारी के वायरस का माहौल अब तक दुनिया भर में  बन चुका है और हज़ारों की संख्या में मरीज़ों की मौत हो चुकी है व हो रही है । भारत में भी इस महामारी का प्रकोप अपने पाँव जमा चुका है , और 271 मरीज़ काल का ग्रास बन चुके हैं , और यह सब विदेशों से लौटे यात्रियों के कारण ही फैला है । कर्नाटक में दुबई से महामारीग्रस्त लौटे एक 76 वर्षीय बुज़ुर्ग व दिल्ली में भी विदेश से संक्रमित बीमारी लेकर लौटे बेटे के संक्रमण के कारण उसकी 68 वर्षीय माँ की मृत्यु हो गयी व दिल्ली में लगभग दस तथा महाराष्ट्र में लगभग बीस से अधिक संकमण के मामले सामने आये हैं । दुनिया भर में एक लाख पचास हज़ार से अधिक लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है ।
चीन व इटली में  भी मरने वाले मरीज़ों में बढ़ोतरी हुई है ।  महाराष्ट्र में मरने वालों की संख्या 271 हो चुकी है । लोग ख़ौफ़ के साये में जी रहे हैं । माॅल , स्कूल व काॅलेज तक 22 मार्च तक बंद कर दिये गये हैं , ताकि लोग इस महामारी की चपेट में न आ सकें । कहा गया है कि कोरोना वायरस हमारे बाल से नौ सौ गुना छोटा है , जो महामारी का रूप ले चुका है । कोरोना पर क़ाबू पाना एक चुनौती बन चुकी है । डब्ल्यू एच ओ की ओर से एक एडवाइज़री भी जारी की गयी है , जिसमें रोग को पहचानने व उसके रोकथाम की जानकारी दी गयी है ।
*लक्षण*
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        कोरोना महामारी के लक्षण सामान्य सर्दी , जुकाम व साँस लेने में  तकलीफ़ जैसे ही हैं , पर यह जानलेवा ही है । यह संक्रमित रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेज़ी से फैलता है । 
*कोरोना से बचने के उपाय*
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         कोरोना से बचने के ऐसे कई उपाय बताये जा रहे हैं , जिनको अपना कर हम कोरोना ही नहीं , किसी भी प्रकार के संक्रमण से बच सकते हैं । सर्वप्रथम तो हमें तुलसी के काढ़े व तुलसी की पत्तियों का सेवन करना चाहिए व चाय बनाकर पीनी चाहिए । तुलसी हर प्रकार के रोग की कारगर औषधि है । 
           वास्तव में इस जानलेवा महारोग कोरोना को पास न आने देने का पहला सबसे शानदार तरीका यह भी है कि यूँ ही बिना काम बाहर और भीड़ में न जायें । कभी बाहर जाने की ज़रूरत पड़ती भी है तो बड़ी सावधानी रखें । किसी को छुएँ नहीं  , दूर से ही बात करें , किसी के गले न मिलें व हाथ न मिलायें । चेहरे पर मास्क लगायें । बाहर से आने के पश्चात् हाथों को अच्छी तरह मलकर कम से कम बीस सेकेंड तक धोना अति आवश्यक है । 
       हाथों को नाक , कान व चेहरे पर लगाने से पहले सैनीटाइज़र व डिटाॅल से अच्छी तरह रगड़ कर धोयें । घर में भी डिटाॅल से पोछा लगायें । ज़रूरत का सामान पहले ही इकट्ठा करके घर में रखें । न जाने कौन कोरोना से ग्रस्त हो । कोई बतायेगा थोड़ी ही । किसी के मन में महारोग फैलाने की दुर्भावना भी तो आ सकती है । बीमारी मोल क्यों लेनी ? सावधानी बहुत अच्छी व आवश्यक है । अपने साथ सेनीटाइज़र रखें । दरवाज़े ,  खिड़कियों , अलमारी व ड्राॅअर खोलने के बाद हाथों को सेनीटाइज़ कर लें । 
      दफ़्तर में पहुँचने के बाद हमें अपनी सीट , जगह , कंप्यूटर , लैपटाॅप , फोन , मेज़ आदि तथा दरवाज़ों के नाॅब , चिटकनियों आदि की सफ़ाई डिटाॅल से कर व करवा लेनी चाहिए ।  एक बार की सफ़ाई के बाद बार - बार हाथ धोने नहीं पड़ेंगे । घर व दफ़तर में पूर्ण स्वच्छता बनाये रखने के लिए डिटाॅल , सैनेटाइज़र व कपूर का प्रयोग करें , जिससे पवित्रता व शुद्धता बनी रहे । अपने शरीर की शुद्धता का भी हमें पूरा ध्यान रखना चाहिए । स्वस्थ शरीर ही इस सृष्टि का निर्माण व अवलोकन कर पायेगा व संसार को आगे ले जायेगा । 
        किसी को भी खाँसी व जुकाम के समय उसे जाँच करवाने को कहें व उनसे बचें , क्योंकि यह मानव से मानव तक एक - दूसरे की वस्तुओं के आदान - प्रदान करने से होता है । यह एक - दूसरे के स्पर्श से महामारी के वायरस के फैलने से होता है । अपने शरीर की साफ- सफ़ाई का पूरा ध्यान रखें । बाहर का फ़ास्ट फूड खाना बंद कर दें । मास्क खरीदते समय ध्यान रखें कि वह बिल्कुल नया हो , किसी का प्रयोग करके दोबारा बेचा न जा रहा हो ।
      कोरोना से बचने के लिए मटन व सी - फ़ूड पर भी प्रतिबंध लगाना ज़रूरी है । मटन- बाज़ार में भी नहीं जाना चाहिए । घर का ही बना खाना , वह भी संतुलित व शाकाहारी खाना ही खायें । ठंडा पानी व पेय पदार्थ न पियें । यात्रा पर हों तो भी मटन आदि खाने से बचना चाहिए व कच्चा या अधपका मीट तो खाना ही नहीं चाहिए । 
      इसके अलावा जनता को टीवी , मोबाइल पर बताये गये नियमों का पालन सख़्ती से भी करना चाहिए । नित योगा करें । भारतीय पद्धति नमस्ते की प्रक्रिया अपनायें । भीड़ में  न जायें । भ्रामक प्रचार में फँस कर किसी भी तरह की गलतफ़हमियों का शिकार न बनें । स्वयं पर भी भरोसा रखें । आत्मबल व आत्मविश्वास भी बहुत बड़ी बात होती है । यदि रोग के लक्षण दिखायी पड़ें तो तुरंत जाँच करवा लेनी चाहिए । अभी तक कोरोना वायरस को मारने के लिए कोई दवा व इंजेक्शन की खोज नहीं हुई है । यह मलेरिया , हैजा , मोतीझरा , टीबी ( यक्ष्मा या तपेदिक ) , पोलियो , कैंसर आदि जैसी बीमारी नहीं है , जिनका इलाज जल्दी संभव व सुलभ हो गया था । सबसे महत्वपूर्ण तो इससे बचाव में  ही सुरक्षा निहित है । 
        कोरोना वायरस के लक्षण जितने सहज सरल लग रहे हैं , उतने सहज न समझे जायें , ये ही तो जानलेवा हैं । कहा गया है कि मधुमेह व दिल के मरीज़ों को बहुत सावधानी बरतनी चाहिए । अत: सभी बुज़ुर्गों व किसी भी उम्र के मधुमेहग्रस्त लोगों को ख़ास ध्यान रखना है । ' किसी भी उम्र के ' इसलिए लिखा है कि कुछ समय पहले से व आजकल भी यह बीमारी बच्चों में भी पायी जाने लगी है । बुज़ुर्गो व बच्चों को विशेष रूप से बचकर रहने की हिदायत है , क्योंकि इनकी अवरोधक शक्ति कम हो जाती है और ये किसी भी बीमारी का जल्दी सामना नहीं कर पाते हैं । 
         प्रधानमंत्री मोदी ने बचाव में ही सुरक्षा के लिए जनता कर्फ़्यू - सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक का बहुत बढ़िया व शानदार तरीका जनता को बताया है । जनता जब एक - दूसरे के संपर्क में आयेगी ही नहीं तो इस महामारी के वायरस को कहीं स्पर्श व छुपने की जगह नहीं मिलेगी तो इन चौदह घंटों में वायरस अपने आप ही मर जाएँगे । देश में जागरुकता लाने की अत्यंत आवश्यकता है । इन बचावों को जनता जब जान जायेगी तो जागरूक हो जायेगी । सभी को एकता से पालन करने में सहयोग देकर इस जागरुकता को सफल बनाना चाहिए । 
        इस महामारी कोरोना से बचने के लिए ---
*कपाल - भाती , प्राणायाम व उज्जायी प्राणायाम करो न ,*
*अनुलोम - विलोम व भ्रामरी प्राणायाम भी तो करो न ,*
*कुंजल क्रिया , जल नेति , सूत्र नेति* *आदि भी लाभदायक है* ,  
*किसी को कठिन लगें , पर सरल उपाय हैं ,* 
*आज़मा कर देखो तो , पास फटके न कोरोना ।*
*जय योग , भगाये रोग*।
*सावधान !* 
*संसार से उठ जाना नहीं ।*
*सब कुछ सबके भले के लिए ही ।* कुछ और भी लाभदायक व कारगर उपाय बताये गये हैं , जिनका पालन हमें करना चाहिए । सर्दी , जुकाम , पक्षाघात , सिर दर्द , साइनस रोग व अनिद्रा से बचने के लिए सोते समय देशी गाय के घी या बादाम रोगन की 3 - 4 बूँदें नाक में डाल लेनी चाहिए । लहसुन की चार - पाँच कलियों को उबाल कर उसका पानी गरम - गरम चाय की तरह पीकर चुस्त - दुरुस्त रहें  । 
          रोग के बारे में पता लगने पर गायिका कुनिका कपूर की तरह ज़रा - सी भी असावधानी न बरतें और न ही पार्टियों में जायें । एकदम अलग- थलग रहें । किसी के संपर्क में बिल्कुल न आयें ।
         अब आप समझ गये होंगे कि कोरोना से बचाव में ही सबकी सुरक्षा निहित है । 🙏🙏
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(C) रवि रश्मि 'अनुभूति '
13.3.2020 , 1:43 पीएम पर लिखित ।
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21.3.2020.
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