एडिटर- नीतेंद्र सिंह परमार 'भारत', वनारस ( उ. प्र.) प्रथम सारस्वत साधना "था भरोसा फिर मिलोगे" का हुआ गरिमामय लोकार्पण।
आपके सतत स्नेह के सुखद प्रतिफल के रूप में आपके साथी की प्रथम काव्य साधना "था भरोसा फिर मिलोगे (गीत शतक)" का लोकार्पण नववर्ष के आलोक में दिनांक 01/01/2023 को राजकीय जिला पुस्तकालय,वाराणसी में जिला पुस्तकालयाध्यक्ष एवम वरिष्ठ साहित्यकार आदरणीय के.एस. परिहार जी के संयोजन एवम साहित्य पथ के भ्राता द्वय आदरणीय प्रसन्न बदन चतुर्वेदी अनघ जी एवम आदरणीय सन्तोष कुमार प्रीत जी के संयुक्त संचालन में साहित्याकाश के मनीषियों यथा- सोच विचार के यशस्वी सम्पादक, साहित्य भूषण डॉ.जितेन्द्र नाथ मिश्र जी (अध्यक्ष), मैंने अनुभव से सीखा है के चर्चित रचनाकार एवम अपर आयुक्त,वाराणसी आदरणीय विष्णु भूषण मिश्र जी(मुख्य अतिथि), शैल शिखर की छाँव में एवम धरा का रंग धानी के चर्चित लेखक एवम सम्प्रति संयुक्त शिक्षा निदेशक, वाराणसी मण्डल वाराणसी आदरणीय डॉ.प्रदीप कुमार जी (सारस्वत अतिथि), कविताम्बरा एवं नई सदी के स्वर के यशस्वी सम्पादक श्रद्धेय हीरालाल मिश्र मधुकर जी (विशिष्ट अतिथि), आचार्य रामचन्द्र शुक्ल साहित्य शोध संस्थान की अध्यक्षा एवम श्रेष्ठ साहित्यकार आदरणीया डॉ. मुक्ता जी (विशिष्ट अतिथि), पुनश्च साहित्य जगत के अन्यान्य वरेण्य एवम ख्यातिलब्ध साहित्यकारों की गरिमामय उपस्थिति में सोल्लास हुआ...
डॉ.शरद श्रीवास्तव 'शरद' गीतकार
वनारस उत्तर प्रदेश
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