Friday, November 15, 2024

जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं - कुंवर शिवभूषण सिंह गौतम जी कक्का जू

कक्का जू साहब कुंवर शिवभूषण सिंह गौतम जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं।
आपकी साहित्यिक यात्रा 50 वर्षों से भी अधिक का सफर हो चुका है और साहित्य साधना में काव्य व गद्य की अनेक विधाओं में रचनाएं लिखी हैं उनकी कविताएं, आलेख व समीक्षाएं समय-समय पर देश के प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं साथ ही आपकी प्रकाशित कृतियां जिनमें आंगन में नागफनी, बरवै वाटिका, सुधन्वार्जुन युद्ध, राम शरण में आइए ,खंड-खंड बुंदेलखंड जैसे अनेक कृतियों का प्रशासन हो चुका है और वर्तमान समय में भी अन्या कृतियां आने वाली हैं आपके द्वारा जो एक वृहद पुस्तकालय अपने घर में बने हुए हैं उसमें विभिन्न तरह पुस्तके आपके संरक्षण में संग्रहित की जा रही हैं वर्तमान समय में जितनी पकड़ आपकी छंदबद्ध रचनाओं में है उतनी ही आपकी इतिहास के क्षेत्र में गहरी जानकारी है उसी का परिणाम है की बुंदेलखंड में खंड-खंड बुंदेलखंड जैसी कृति आपके द्वारा रची गई हैं। जिसमें विभिन्न प्रकार के छंदों का उपयोग करके रचा गया है। आपका व्यक्तित्व सभी के लिए समान व्यवहार करना यह बहुत अच्छी बात है। आज भी आपके द्वारा पुस्तकों पाटन-पठान प्रतिदिन किया जाता है। आपके मार्गदर्शन में जो भी कार्य करेगा निसंदेह वह सफल होगा। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है। और आपका मार्गदर्शन मुझे प्राप्त होता रहता है। 
पुनः जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। कक्का जू साहब भूषण जी।

नीतेंद्र सिंह परमार भारत


Sunday, April 14, 2024

'कात्यायनी' काव्य संग्रह का हुआ विमोचन। - छतरपुर, मध्यप्रदेश


'कात्यायनी' काव्य संग्रह का हुआ विमोचन। 

छतरपुर, मध्यप्रदेश,
दिनांक 14-4-2024 को दिन रविवार  कान्हा रेस्टोरेंट में श्रीमती संध्या मिश्रा 'दीपशिखा' जी की प्रथम काव्य कृति कात्यायनी काव्य संग्रह का विमोचन वरिष्ठ कवि श्री अभिराम पाठक जी द्वारा किया गया। कार्यक्रम  की अध्यक्षता  श्रीमती विनीता गुप्ता जी द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथियों में श्रीमती संध्या श्रीवास्तव सांझ,श्री राघवेंद्र उदैनिया, श्री सुरेश गुप्ता जी,अंशुमान खरे, श्री कैलाश पटेल,श्रीमती सीता दुबे, अनिता शर्मा, किरण जैसवाल,श्री रघुनाथ सिंह गोंडा, श्री संजीव कुमार मिश्रा,श्री राकेश रिछारिया,श्री सीताराम निर्मल,जीतेन्द्र जीत,सूरज एवं कवि वृदं समूह के साहित्यकार उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना से नीतेन्द्र सिंह परमार के द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री प्रमोद सारस्वत द्वारा किया गया।कार्यक्रम में उपस्थित सभी साहित्यकारों को उपहार स्वरूप स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।


Saturday, January 13, 2024

दोहा छंद कार्यशाला - 13/01/2024

🌷🌹🌺🌸🌻🌷🌹🌺🌸🌻
*विश्व जन चेतना ट्रस्ट, भारत*
          *दैनिक कार्यक्रम* 
*शनिवार  दिनांक* - 13 जनवरी 2024

*दोहा छंद कार्यशाला*
*दोहे का द्वितीय चरण और चतुर्थ चरण*
दोहा के दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत दो मात्रा वाले शब्द से हो रही हो तो उसके बाद तीन मात्रा वाला शब्द नहीं आता।
चार मात्रा वाले शब्द से दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत के निम्र भेद तय किए गए हैं:-
चार मात्राओं वाले शब्द से दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत के चार भेद बताए गए हैं:-
(1)4, 4, 3 
(2)4, 3, 4 
(3)4, 2, 2, 3 
(4)4, 2, 5 
चार मात्रा से शुरू होने वाले दूसरे और चौथे चरण में छह मात्रा वाले शब्दों का प्रयोग नहीं होता। इसी प्रकार चार मात्रा वाले शब्द के ठीक बाद पाँच मात्रा वाला शब्द नहीं आता।
छह मात्राओं से दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत के केवल दो ही भेद विद्वानों ने बताए हैं:-
(1)6, 2, 3 
(2)6, 5 
छह मात्राओं से शुरू होने वाले दूसरे और चौथे चरण में चार मात्राओं वाले शब्द का प्रयोग नहीं हो सकता। इसी प्रकार छह मात्रा वाले शब्द की ठीक बाद तीन मात्रा वाला शब्द नहीं आता।
इसके साथ-साथ कुछ और भी नियम विद्वानों ने तय किए हैं जैसे-
1. दोहे का प्रथम और तृतीय चरण जगण अर्थात ।ऽ। मात्रा वाले शब्द से शुरू नहीं किया जा सकता। जैसे जमीन, किसान आदि शब्द।
2. दूसरे चरण के अंत में चार मात्रा वाला शब्द हमेशा जगण अर्थात ।ऽ। मात्रा के रूप में ही आता है।

*अभ्यास:-*
निम्नलिखित प्रत्येक प्रकार के कल संयोजन में दोहा का द्वितीय चरण पूर्ण करते हुए पूर्ण दोहा लिखने का अभ्यास करेंगे:
(1)4, 4, 3 
(2)4, 3, 4 
(3)4, 2, 2, 3 
(4)4, 2, 5 
(5)6, 2, 3 
(6)6, 5


Friday, January 12, 2024

दोहा छंद कार्यशाला - 12/01/2024

🌷🌹🌺🌸🌻🌷🌹🌺🌸🌻
*विश्व जन चेतना ट्रस्ट, भारत*
          *दैनिक कार्यक्रम* 
*शुक्रवार  दिनांक* - 12 जनवरी 2024

*दोहा छंद कार्यशाला*
*दोहे का द्वितीय चरण और चतुर्थ चरण*
दोहा के दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत दो मात्रा वाले शब्द से हो रही हो तो उसके बाद तीन मात्रा वाला शब्द नहीं आता।
तीन मात्रा वाले शब्द से दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत के निम्र भेद तय किए गए हैं:-
(1) 3, 3, 5 
(2) 3, 5, 3 
(3) 3, 3, 2, 3 
इसका चौथा भेद भी होता है जिसमें 
(4) 3, 2, 3, 3 मात्राएँ होती हैं, किंतु बीच की मात्राएँ 2 और 3 वास्तव में पाँच मात्राओं वाले शब्द के रूप में ही प्रयोग की जाती हैं। जैसे अध जले, अन मने।
तीन मात्रा से शुरू हो रहे दूसरे और चौथे चरण में प्रारंभ तीन मात्रा वाले शब्द के बाद दो मात्रा वाला शब्द नहीं आता। इसीलिए  चौथे प्रकार 3,(2,3 )3  में दूसरे प्रकार 3,5,3 जैसा ही माना गया है।
*अभ्यास:-*
निम्नलिखित प्रत्येक प्रकार के कल संयोजन में दोहा का द्वितीय चरण पूर्ण करते हुए पूर्ण दोहा लिखने का अभ्यास करेंगे:-
(1)3, 3, 5 
(2)3, 5, 3 
(3)3, 3, 2, 3
(4)3, 2, 3, 3


Wednesday, January 10, 2024

दोहा कार्यशाला - 11/01/2024

🌷🌹🌺🌸🌻🌷🌹🌺🌸🌻
*विश्व जन चेतना ट्रस्ट, भारत*
          *दैनिक कार्यक्रम* 
*गुरुवार  दिनांक* - 11जनवरी 2024

*दोहा छंद कार्यशाला*
*दोहे का द्वितीय और चतुर्थ चरण:-*
प्रथम और तृतीय चरण की तरह ही दोहे का दूसरा और चौथा चरण भी केवल दो, तीन, चार और छह मात्राओं से ही शुरू होता है। 
दो मात्रा से शुरू होने वाले दूसरे और चौथे चरण के विद्वानों ने आठ भेद बताए हैं:-
(1)2, 2, 2, 2, 3 
(2)2, 2, 2, 5 
(3)2, 2, 4, 3 
(4)2, 2, 3, 4 
(5)2, 4, 2, 3 
(6)2, 4, 5 
(7)2, 5, 4 
(8)2, 6,3
दोहा के दूसरे और चौथे चरण की शुरूआत दो मात्रा वाले शब्द से हो रही हो तो उसके बाद तीन मात्रा वाला शब्द नहीं आता।

*अभ्यास:-*
निम्नलिखित प्रत्येक प्रकार के कल संयोजन में दोहा का द्वितीय चरण पूर्ण करते हुए पूर्ण दोहा लिखने का प्रयास करेंगे:-
(1)2, 2, 2, 2, 3 
(2)2, 2, 2, 5 
(3)2, 2, 4, 3 
(4)2, 2, 3, 4 
(5)2, 4, 2, 3 
(6)2, 4, 5 
(7)2, 5, 4 
(8)2, 6,3


Tuesday, January 9, 2024

दोहा छंद कार्यशाला - 10/01/2024

🌷🌹🌺🌸🌻🌷🌹🌺🌸🌻
विश्व जन चेतना ट्रस्ट, भारत
        दैनिक कार्यक्रम
बुधवार  दिनांक - 10 जनवरी 2024
 
दोहा छंद कार्यशाला
दोहे का प्रथम और तृतीय चरण:-
चार मात्राओं से दोहे का प्रथम और तृतीय चरण शुरू करने के 10 भेद विद्वानों द्वारा बताए गए हैं-
(1)4, 4, 3, 2 
(2)4, 4, 2, 3 
(3)4, 4, 5 
(4)4, 2, 4, 3 
(5)4, 2, 2, 2, 3 
(6)4, 2, 2, 3, 2 
(7)4, 2, 2, 5 
(8)4, 3, 3, 3  
(9)4, 2, 5, 2 
(10)4, 3, 4, 2 
चार मात्रा से शुरू होने वाले प्रथम और तृतीय चरण में प्रारंभिक चार के बाद पाँच मात्रा वाला शब्द नहीं आता। इसी प्रकार यदि चार मात्रा वाले शब्द के बाद दो मात्रा वाला शब्द आ रहा हो तो उसके बाद तीन मात्रा वाला शब्द नहीं आता।

अभ्यास :-
निम्नलिखित प्रत्येक प्रकार के कल संयोजन में दोहे का प्रथम चरण पूर्ण करते हुए पूर्ण दोहा लिखने का प्रयास करेंगे:-

(1)4, 4, 3, 2 
(2)4, 4, 2, 3 
(3)4, 4, 5 
(4)4, 2, 4, 3 
(5)4, 2, 2, 2, 3 
(6)4, 2, 2, 3, 2 
(7)4, 2, 2, 5 
(8)4, 3, 3, 3  
(9)4, 2, 5, 2 
(10)4, 3, 4, 2 

जुड़ने के लिए संपर्क करें। 
8109643725

Monday, January 8, 2024

दोहा कार्यशाला - 9/1/2024

🌷🌹🌺🌸🌻🌷🌹🌺🌸🌻
*विश्व जन चेतना ट्रस्ट, भारत*
          *दैनिक कार्यक्रम* 
*मंगलवार  दिनांक* - 09 जनवरी 2024
 
*दोहा छंद कार्यशाला*
दोहे का प्रथम और तृतीय चरण:-

दो मात्राओं से प्रथम और तृतीय चरण शुरू करने के बारह भेद बताए गए हैं।जिनका अभ्यास कल आपके द्वारा कर लिया गया होगा। यदि किसी ने उनका अभ्यास नहीं किया हो तो एक बार उसको अवश्य ही पूर्ण कर लें।
  
तीन मात्राओं से प्रथम और तृतीय चरण शुरू करने के आठ भेद बताए गए हैं:-
(1)3, 3, 2, 3, 2 
(2)3, 3, 2, 2, 3 
(3)3, 3, 2, 5
(4)3, 5, 5, 
(5)3, 5, 2, 3 
(6)3, 3, 4, 3 
(7)3, 5, 3, 2 
(8)3, 3, 5, 2 
शुरू में तीन मात्रा शब्द के बाद दो, चार और छह मात्रा वाले शब्द नहीं आते। इसी प्रकार शुरू में तीन के बाद पाँच मात्रा हों तो उसके बाद चार मात्रा वाला शब्द नहीं आएगा।

*अभ्यास :-*
निम्नलिखित प्रत्येक प्रकार के कल संयोजन में दोहे का प्रथम चरण पूर्ण करते हुए पूर्ण दोहा लिखने का प्रयास करेंगे:-
(1)3, 3, 2, 3, 2
राम नाम अति सरल है,मन से लीजे नाम।
नाम जपत ही आपके, बनते बिगड़े काम।।
(2)3, 3, 2, 2, 3
दीन हीन अति रोचते, दया भाव जिन  वक्ष।
सरल सदा होता नहीं,मानवता का पक्ष।।
(3)3, 3, 2, 5
गरल सुधा सम धारते, नीलकंठ प्रभु आप।
दूर सदा निज कृपासे, करते जग के ताप।।
(4)3, 5, 5,
सदा धारिए सरलता, सरल रूप व्यवहार।
स्वयं करेगा आपका,यहाँ जगत सत्कार।।
(5)3, 5, 2, 3
जगत जानिए मत यहाँ, अपना सच्चा मीत।
नहीं वासना में पड़ो, लोगे जगको जीत।।
(6)3, 3, 4, 3
सदा रहो सबके भले, करिए ऐसे काम।
आप नहीं होगे यहाँ, अमर रहेगा नाम।।
(7)3, 5, 3, 2
दूर जानिए यहाँ ना, सबकुछ तेरे पास।
मिले सभीकुछ जगत में, जो तेरे मन आस।।
(8)3, 3, 5, 2
ईश नाम आधार है, भक्ति सरल सा मोल।
भजे रहो जगतार को, देगा किस्मत खोल।।

*समीक्षक महोदय* :- आ. डॉ.कौशल कुमार पाण्डेय आस जी ।

*संचालक महोदया* :- आ. मंशा शुक्ला जी।

*कार्यशाला कार्य काल*:- प्रातः 10 बजे से सायं 3 बजे तक ।
 
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https://www.vishwajanchetnatrust.com/

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत मध्यप्रदेश इकाई द्वारा बुंदेली काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन। नीतेंद्र सिंह परमार भारत छतरपुर मध्यप्रदेश

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत मध्यप्रदेश इकाई द्वारा बुंदेली काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन। आज दिनांक 6 जुलाई 2025 दिन रविवार को गायत्री शक्तिप...