Saturday, March 28, 2020

शर्त

महान लेखक टालस्टाय की एक कहानी है *- "शर्त "*

इस कहानी में दो मित्रो में आपस मे शर्त लगती है कि, यदि उसने 1 माह एकांत में बिना किसी से मिले,बातचीत किये एक कमरे में बिता देता है, तो उसे 10 लाख नकद वो देगा । इस बीच, यदि वो शर्त पूरी नहीं करता, तो वो हार जाएगा ।
पहला मित्र ये शर्त स्वीकार कर लेता है । उसे दूर एक खाली मकान में बंद करके रख दिया जाता है । बस दो जून का भोजन और कुछ किताबें उसे दी गई ।

उसने जब वहां अकेले रहना  शुरू किया तो 1 दिन 2 दिन किताबो से मन बहल गया फिर वो खीझने लगा । उसे बताया गया था कि थोड़ा भी बर्दाश्त से बाहर हो तो वो घण्टी बजा के संकेत दे सकता है और उसे वहां से निकाल लिया जाएगा ।
जैसे जैसे दिन बीतने लगे उसे एक एक घण्टे युगों से लगने लगे । वो चीखता, चिल्लाता लेकिन शर्त का खयाल कर बाहर किसी को नही बुलाता । वोअपने बाल नोचता, रोता, गालियां देता तड़फ जाता,मतलब अकेलेपन की पीड़ा उसे भयानक लगने लगी पर वो शर्त की याद कर अपने को रोक लेता ।

कुछ दिन और बीते तो धीरे धीरे उसके भीतर एक अजीब शांति घटित होने लगी।अब उसे किसी की आवश्यकता का अनुभव नही होने लगा। वो बस मौन बैठा रहता। एकदम शांत उसका चीखना चिल्लाना बंद हो गया। 

इधर, उसके दोस्त को चिंता होने लगी कि एक माह के दिन पर दिन बीत रहे हैं पर उसका दोस्त है कि बाहर ही नही आ रहा है ।
माह के अब अंतिम 2 दिन शेष थे,इधर उस दोस्त का व्यापार चौपट हो गया वो दिवालिया हो गया।उसे अब चिंता होने लगी कि यदि उसके मित्र ने शर्त जीत ली तो इतने पैसे वो उसे कहाँ से देगा ।
वो उसे गोली मारने की योजना बनाता है और उसे मारने के लिये जाता है ।

जब वो वहां पहुँचता है तो उसके आश्चर्य का ठिकाना नही रहता ।
वो दोस्त शर्त के एक माह  के ठीक एक दिन पहले वहां से चला जाता है  और एक खत अपने दोस्त के नाम छोड़ जाता है ।
खत में लिखा होता है-
प्यारे दोस्त इन एक महीनों में मैंने वो चीज पा ली है जिसका कोई मोल नही चुका सकता । मैंने अकेले मे रहकर असीम शांति का सुख पा लिया है और मैं ये भी जान चुका हूं कि जितनी जरूरतें हमारी कम होती जाती हैं उतना हमें असीम आनंद और शांति मिलती है मैंने इन दिनों परमात्मा के असीम प्यार को जान लिया है । इसीलिए मैं अपनी ओर से यह शर्त तोड़ रहा हूँ अब मुझे तुम्हारे शर्त के पैसे की कोई जरूरत नही।

       इस उद्धरण से समझें कि लॉकडाउन के इस परीक्षा की घड़ी में खुद को झुंझलाहट,चिंता और भय में न डालें,उस परमात्मा की निकटता को महसूस करें और जीवन को नए दृष्टिकोण से देखने का प्रयत्न कीजिये,
इसमे भी कोई अच्छाई होगी यह मानकर सब कुछ भगवान को समर्पण कर दें।
विश्वास मानिए अच्छा ही होगा ।
लॉक डाउन का पालन करे।स्वयं सुरक्षित रहें,परिवार,समाज और राष्ट्र को सुरक्षित रखें।
लॉक डाउन के बाद जी तोड़ मेहनत करना है,स्वयं,परिवार और राष्ट्र के लिए...देश की गिरती अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए👍🏻👍🏻👍🏻

सभी को🙏🏻🙏🏻🙏🏻

6370 bedded in india.

China constructed 1000 bedded hospital in 10 days. India established 6370 bedded medical facility overnight, with a fraction of its cost! Jai hind!!

Wednesday, March 25, 2020

सावधान

10 झूठी खबरों से सावधान - 

1- कई लाशों वाली इटली शहर की तस्वीर। 
सच्चाई - एक फिल्म कांटेजिअन का सीन है। 
2- 498/- का जिओ का फ्री रीचार्ज। 
सच्चाई - कंपनी ने ऐसा कोई दावा नहीं किया है। 
3- केई लोग जमीन पर पडे सहायता के लिए चिल्ला रहे हैं। 
सच्चाई - वर्ष 2014 के एक आर्ट प्रोजेक्ट की तस्वीर है। 
4- डॉ रमेश गुप्ता की किताब जंतु विज्ञान में कोरोना का इलाज है। 
सच्चाई - नहीं है। 
5- मेदांता हास्पिटल के डाॅ नरेश त्रेहान की नेशनल इमर्जेंसी की अपील। 
सच्चाई - डॉ त्रेहान ने कोई अपील नहीं की। 
6- एक कपल की तस्वीर जो 134 पीड़ितों का इलाज करने के बाद संक्रमण का शिकार हो गए। 
सच्चाई - तस्वीर किसी डॉक्टर कपल की नहीं है। एयरपोर्ट पर एक जोड़े की है। 
7- कोविड 19 कोरोना की दवा। 
सच्चाई -  यह दवा नहीं, जांँच किट है। 
8- कोरोना वायरस का जीवन 12 घंटे तक। 
सच्चाई - 3 घंटे से 9 दिन तक। 
9- रूस में 500 शेर सड़कों पर। 
सच्चाई - एक फिल्म का सीन है। 
10- इटली की ताबूत वाली तस्वीर। 
सच्चाई - यह 7 वर्ष पुराने एक हादसे की तस्वीर है, कोरोना से इसका कोई संबंध नहीं है। (स्त्रोत - भास्कर पडताल) 
मित्रों झूठी अफवाहों के बहकावे में आकर अपना धैर्य न खोएं। पोस्ट को शेयर कर सभी तक सही जानकारी प्रेषित करैं। आपका विवेक और धैर्य ही आपका साथी है। ईश्वर और सरकार पर भरोसा रखें। घर में  रहैं, सुरक्षित रहैं। 
... शुभकामनाएंँ ।

Thursday, March 12, 2020

जनचेतना परिवार

*जनचेतना परिवार*

*दोहा*

दिव्या,साहिल,सीप शचि, मेधा मीना साथ।
कातिल दा नहिं छोड़ना,पंकज जी का हाथ।।


*मनहरण घनाक्षरी छंद*

सरस स्वभाव भाव,मंद-मंद मुसुकान।
भुवन प्रफुल्ल,विष्ट,तेज,दिव्य पास है।।

अमन,स्वतंत्र,करें,अनुभूति चंचल भी।
पीने को *पियूष* रस,हृदय श्री आस है।।

सोम,ओम और व्योम,करते विशेष काम।
जलज कपूर सिद्ध ,सीप का विकास है।।

मीत,प्रीत,साथी संग,भावुक अधर -सम।
साहस बँधाते वीर, *भारत* प्रयास है।।

नीतेन्द्र सिंह परमार *"भारत"*
छतरपुर मध्यप्रदेश
दिनांक:-12/03/2020

Sunday, March 8, 2020

होलिका दहन कवि सम्मेलन

*होलिका दहन की पूर्व संध्या पर आयोजित होली विशेष काव्य प्रस्तुतिकरण प्रतियोगिता* 
*दिन व दिनांक:- 08 मार्च 2020,रविवार*

*प्रारम्भ - शाम 6: 45 पर*
*सरस्वती वंदना - आ० डॉ० मधु गौड़ दिव्या जी* *06:50 पर*
*स्वागत गीत - नीतेंद्र सिंह परमार भारत जी  6 : 55 पर*
🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤
आप सभी की उपस्थिति ~😊🙏😊

*कार्यक्रम संचालक -नीतेन्द्र सिंह परमार 'भारत' जी*

*कार्यक्रम संरक्षक~कौशल कुमार पाण्डेय "आस" जी*
*कार्यक्रम अध्यक्ष ~छंदगुरु शैलैन्द्र खरे "सोम" जी*

*प्रारम्भ - शाम 6: 45 बजे*
*सरस्वती वंदना - 6 :50*
*स्वागत गीत ~ 6 : 55*
🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤🎤
आप सभी की उपस्थिति ~😊🙏😊

*कार्यक्रम संचालक -नीतेन्द्र सिंह परमार 'भारत' जी*

कार्यक्रम संरक्षक~कौशल कुमार पाण्डेय "आस" जी
कार्यक्रम अध्यक्ष ~छंदगुरु शैलैन्द्र खरे "सोम" जी

*निर्णायक मंडल ~*
आ. कौशल कुमार पाण्डेय आस जी 
आ. शैलेन्द्र खरे सोम जी
आ. डॉ. राहुल शुक्ल साहिल जी
आ. पं. सुमित शर्मा पीयूष जी 
आ. दिलीप कुमार पाठक "सरस"जी

*पुरस्कार उद्घोषक~आ. ओमप्रकाश फुलारा "प्रफुल्ल" जी*

*सम्मान पत्र प्रदाता:-*
आ. हरीश विष्ट जी 
आ. मुकेश शर्मा ओम जी 
आ. संतोष श्रीवास्तव प्रीत जी 
आ. लियाकत अली जलज जी 
आ. सुशीला धस्माना मुस्कान जी 
आ. राजेश मिश्र प्रयास जी 
आ. मीना भट्ट जी 

आप सभी की उपस्थिति में ससम्मान काव्यपाठ प्रारंभ~(समय 7:00से)

( 07:05 पर)
*1.आ० अनिता मंदिलवार सपना जी*

( 07:10 पर)
*2.आ० बाबा वैद्यनाथ झा जी*

( 07:15 पर )
*3.आ० मोनिका गुप्ता जी*

( 07:20 पर )
*4.आ० नारायण पोद्दार जी*

( 07:25 पर )
*5.आ० राघवेन्द्र नारायण सिंह राघव जी*

( 07:30 पर )
*6.आ० राम स्वरूप मयूरेश जी*

( 07:35 पर )
*7.आ० अमित राजपूत जी*

( 07:40 पर )
*8.आ० गीतांजली वार्ष्णेय जी*

( 07:45 पर )
*9.आ० कुमार जितेंद्र जीत जी*

( 07:50 पर )
*10.आ० लाडो कटारिया जी*

( 07:55 पर )
*11.आ० शकुन शेंडे जी*

( 08:00 पर )
*12.आ० संतोष तिवारी सागर जी*

( 08:05 पर )
*13.आ० राशी श्रीवास्तव जी*

( 08:10 पर )
*14.आ०सुंदर लाल डडसेना जी*

( 08:15 पर )
*15.आ० इन्दु शर्मा शचि जी*

( 08:20 पर )
*16.आ० रवि रश्मि अनुभूति जी*

( 08:25 पर )
*17.आ० ओम प्रकाश चंचल जी*

( 08:30 पर )
*18.आ० इन्दु शर्मा मेधा जी*

( 08:35 पर )
*19.आ० प्रवेश स्वरूप खरे आकाश जी*

नोट~सभी सम्मानित प्रतिभागियों को कूपन व निर्देश प्रेषित किए जा चुके हैं।सम्मान पत्र तैयार हो चुके हैं |इस नव्यतम् प्रतियोगिता में आप सभी साथियों का हार्दिक स्वागत है, प्रतियोगिता की भव्यता आप हैं, आपको विशेष आमन्त्रण, अपनी प्रतिक्रिया से प्रतिभागियों को प्रोत्साहन प्रदान करें।
होली की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।समय विशेष का ध्यान रखें।

समीक्षा व संदेश~सादर आमन्त्रित हैं |
😊🙏😊जय-जय 😊🙏😊
निवेदक:-
प्रशासक मंडल 
विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत

छंद

*◆ चौपइया छंद [सम मात्रिक] ◆*
विधान~ {4 चरण समतुकांत,प्रति चरण 30 मात्राएँ, 
प्रत्येक में 10,8,12 मात्राओं पर यति,
प्रथम व द्वितीय यति समतुकांत,  
जगण वर्जित, प्रत्येक चरणान्त में गुरु(2),
चरणान्त में दो गुरु होने पर यह छंद  
मनोहारी हो जाता है।}

नर  से  श्रेष्ठ  बनी, है  छाँव   घनी,  
                         *कभी   नहीं   हारी है।*
शोभा दो घर  की, जीवन भर की,  
                         *सबकी   हितकारी है।।*
जग की संचालक, सबकी पालक, 
                         *कण-कण आभारी है।*
उपकृत  रोम-रोम, नत हुआ ओम, 
                         *अमृतमयी     नारी है।।*
                                         
                         *©मुकेश शर्मा "ओम"*

प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं वार्षिकोत्सव मनाया गया।

दिनांक 30/11/2024 को प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं ...