साहित्य और संस्कृति से संवरता हैं देश और समाज - दिलीप कुमार पाठक " सरस "
सद्भावना साहित्यिक मासिक काव्य गोष्ठी व ईद मिलन समारोह मनाया गया।
वाराणसी :- साहित्य और संस्कृति से संवरता हैं। देश व समाज / भाषा शैली से ही व्यक्ति की पहचान होती हैं। ये उत्तम विचार जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति बीसलपुर पीलीभीत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल कुमार पाण्डेय " आस " जी ने जिला इकाई वाराणसी के उद्धाटन एवं ईद मिलन समारोह में आयोजित सद्भावना साहित्यिक मासिक काव्य गोष्ठी में वतौर मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए वसही स्थिति सत्यमा स्कूल में कहा। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की संस्कृति व भाषा शैली ही उसकी पहचान बनाती हैअं।वही बीसलपुर पीलीभीत से आये दिलीप कुमार पाठक " सरस " जी ने जिला इकाई वाराणसी के जिलाध्यक्ष डॉ. लियाकत अली " जलज " जी एवं सचिव संतोष कुमार "प्रीत" जी को अंगावस्तम एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। साथ ही साथ गीता की पुस्तक देकर सम्मानित किया। ईद मिलन समारोह में कवि एवं कवयित्रियों को श्रेष्ठ कलमवीर सम्मान देकर सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में मशहूर ग़ज़लकार सिध्दनाथ शर्मा,राजेंद्र प्रसाद गुप्त" बावरा ",भुल्लकड़ वनारसी, आशिक वनारसी,शायरा नसीमा नसीर, डॉ. उमेश वर्मा,डाॅ.ब्रजेन्द्र द्विवेदी " शैलेश", भोलानाथ त्रिपाठी "विह्वल ",श्री मती नमिता कुशवाहा डॉ. जयशंकर "जय" शामिल रहे।काव्य गोष्ठी की शुरूआत मध्यप्रदेश से आये नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत " ने सरस्वती वंदना मातु वीणावादनी हो सुनाकर की। कार्यक्रम का संचालन छतिस कुमार द्विवेदी "कुण्ठित" ने किया। दूर दूर से आये कवियों ने अपनी सुन्दर रचनाओं से सबको मंत्रमुग्ध कर लिया।काव्य पाठ में श्री आशिक वनारसी , सिद्धनाथ शर्मा डॉ.श्याम किशोर पाण्डेय,इमरान वनारसी,चन्द्रभूषण सिंह,खलील अहमद राही,कवि विष्णु,बैजनाथ प्रसाद,शिरीष उमंग, जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति के जिला इकाई वाराणसी के जिलाध्यक्ष डॉ.लियाकत अली " जलज " संतोष कुमार प्रीत ने अतिथियों को काशी समाज रत्न अलंकरण देकर सम्मानित किया। वही युवा समाज सेवी पवन रघुवंशी को भी कांशी समाज रत्न सें अलंकृत किया गया। वही कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद वाचन डॉक्टर लियाकत अली " जलज " ने किया।
No comments:
Post a Comment