नमस्कार मित्रों
आइये आज फिर जुड़ते हैं एक कवि के साथ अपने पूर्व निर्धारित विषय " वर्तमान साहित्य एवम साहित्यकार " में //
मित्रो आज मैं बदायूं की मिट्टी के ऐसे लाल से आपको रूबरू कराता हूं जिसने बदायूं का नाम पूरे हिन्दुस्तान में रोशन किया है, बदायूं के उस लाड़ले लाल का नाम है ( पंकज शर्मा ) //
परिचय------
नाम - पंकज शर्मा
जन्म स्थान - बिसौली ,जनपद बदायूं, (उ०प्र०)
कार्य एवम कार्य क्षेत्र -- एसोसिएट एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर (आज तक) टी वी चैनल ,दिल्ली
मित्रो बदायूं जिला मुख्यालय से ४५ किमी दूर तहसील बिसौली मे जन्में श्री पंकज शर्मा जी हिन्दी के प्रति समर्पण भाव से क्रियाशील हैं /
प्रारम्भिक शिक्षा बिसौली में प्राप्त करने के बाद पंकज जी उच्च शिक्षा के लिए बरेली चले गये /
साहित्य के प्रति रुचि उनमें बचपन से थी अपने विद्यालयी जीवन में पंकज जी स्वतंत्रता दिवस ,गणतंत्र दिवस आदि महोत्सबों पर विद्यालय में कविता लिखकर सुनाया करते थे /
समय गुजरता गया और उनकी प्रतिभा उत्तरोत्तर निखरती गयी /
इधर शिक्षा पूरी हुई ,उधर उन्हें दूरदर्शन में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, ४ वर्ष तक दूरदर्शन में रहे
दूरदर्शन में उनका कार्यक्रम सुवह सवेरे सराहनीय रहा /
उसके बाद २ वर्ष इण्डिया टी वी चैनल में रहे/
पिछले १२ वर्षों से पंकज जी अनवरत सुप्रसिद्ध टी वी चैनल आज तक में हैं //
आज तक चैनल पर उनका कार्यक्रम So, Sorry बहुत प्रशंसनीय रहा और उन्हें चाहने बालों की एक लम्बी कतार खड़ी हो गयी /
पंकज जी के गीतों में प्रकृति चित्रण का मनोहारी चित्रण है , ऑचलिक शब्दों का प्रयोग गीतों को समृद्धशाली बनाता है तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करता है //
उनकी एक पुस्तक (चॉद तुम गवाह रहना) प्रकाशित हो चुकी है तथा तीन अन्य पुस्तकें प्रकाशनार्थ तैयार हैं //
हम बदायूं का गौरव बढ़ाने बाले पंकज शर्मा जी के साहित्य एवम रचनाधर्मिता की हृदय से प्रशंसा करते हैं तथा उनके गरिमामयी भविष्य की कामना करते हैं //
प्रस्तुति
प्रो० आनन्द मिश्र अधीर
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