रक्षाबंधन
भाई बहिनों का प्यार,लाया खुशिया हजार।
मिलके मनाओ यार,टीका तो लगाईयें।
राखी तो कलाई पर,मुह में मिठाई भर।
शहर से आया घर,गीत नया गाईयें।।
इंतजार किया तब,आया त्यौहार अब।
राखी को बधाओं सब,हाथ पास लाईयें।।
रक्षा का बंधन बांधा,भाई ने जन्म भर साधा।
आयेगी ना कोई बाधा,भारत बताईये।।
- नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725
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