सभी मित्रों को एक बार पुन: कवि,संयोजक एवम समीक्षक प्रो० आनन्द मिश्र अधीर का नमस्कार स्वीकार हो //
मित्रो आओ आज फिर मिलें एक सुकवि से और जाने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को जिन्हें हम जानते हैं कवि "कमल कान्त तिवारी" के नाम से //
नाम - कमल कान्त तिवारी
जन्म स्थान- कटरा- सआदतगंज ,जनपद बदायूं (उ०प्र०)
जन्म तिथि- १०-७-१९७७
कार्य - प्रताप हास्पीटल बरेली ( मैनेजमेन्ट डिपार्ट)
मित्रो जनपद बदायूं की सीमा पर पावन गंगा नदी के तीर विश्व प्रसिद्ध एक गॉव है जिसे हम कटरा सआदतगंज के नाम से जानते हैं /
मित्रों गंगा की कटरी में बसे इस गॉव में कुछ समय पहले तक जहॉ दूर -दूर तक कोई आवागमन का समुचित साधन नहीं था और न ही शिक्षा का कोई साधन, बहॉ पर साहित्य का एक लाड़ला लाल पैदा हुआ कवि कमल कान्त तिवारी /
प्रारम्भिक शिक्षा गॉव में पाप्त करने के बाद वे चन्दौसी के एस एम कालेज चले गये और शेष शिक्षा बहॉ प्रात की /
तिवारी जी का साहित्यिक जीवन सन २००७ से प्रारम्भ हुआ /
सन २००८ में उन्होंने कटरा सआदतगंज में एक साहित्यिक संस्था बनाकर पहला कवि सम्मेलन किया और अपने साहित्यिक जीवन का आरम्भ किया /
उनके साहित्यिक जीवन से प्रभावित होकर कटरा सआदतगंज के निवासियों ने उनकी पत्नी श्रीमती बबली शर्मा को सन २००८ में गॉव के प्रधान पद पर आसीन किया /
तिवारी जी मूलत: ओज के कवि हैं परन्तु उनके ओज में श्रंगार का पुट श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर देता है /
कमल कान्त तिवारी देश के अनेकों अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनबा चुके हैं /
उनकी खड़ी बोली में लिखी हुईं ओजपूर्ण कवितायें साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं / उनकी भाषा सरल ,सरस व हृदयस्पर्शी है /
तिवारी जी यूं ही साहित्य में निरन्तर नित नये आयाम गढ़ते रहें ऐसी मेरी अभ्रम आशा है/
मैं उन्हें हृदय की असीम गहराइयों से साधुवाद देता हूं तथा उनके सुखद साहित्यिक जीवन की मॉ वीणापाणि से कामना करता हूं //
प्रस्तुति
प्रो० आनन्द मिश्र अधीर
( चित्र - कमल कान्त तिवारी)
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