Thursday, November 7, 2019

स्वाभिमान सौरभ नारायण शुक्ला

स्वाभिमान कुंभज का जिसने सागर का जल सोख दिया!
एक सती के स्वाभिमान ने उगता सूरज रोक दिया!
स्वाभिमान रघुकुल का जिसने शंभुचाप को तोड़ा था!
स्वाभिमान लक्ष्मन का जिनने वन में साथ न छोड़ा था!
स्वाभिमान बजरंगी का कि जिसने लंका दहन किया!
स्वाभिमान मां सीता का कि हर कष्टों को वहन किया!
स्वाभिमान उस नटवर नागर नटखट कृष्ण कन्हैया का!
स्वाभिमान शेषावतार लक्ष्मण का दाऊ भैया का!
स्वाभिमान अर्जुन का जिसने जीता कुरूखेत का रण!
स्वाभिमान अभिमन्यु का जो जिया वीरता वाले क्षण!
स्वाभिमान चाणक्य का जिसने सिंहासन को बदल दिया!
स्वाभिमान उस चंद्रगुप्त का जिसने शासन बदल दिया!
स्वाभिमान है उस अशोक पर जिसने जीते हृदय देश!
जगती को सत्य अहिंसा के उपदेश प्रदाता बुद्धवेष!
स्वाभिमान चंदेलों की उस अद्भुत शिल्पकला पे है!
स्वाभिमान कवितावली के छोटे से रामलला पे है!
स्वाभिमान आल्हा ऊदल पर स्वाभिमान चौहानों पर!
स्वाभिमान है पृथ्वीराज के शब्दवेध संधानों पर!
स्वाभिमान है तुलसी पर जिनने मानस मंत्र महान लिखे!
सूरदास जी जिनको निश्चित बालकृष्ण भगवान दिखे!
स्वाभिमान चैतन्य व मीरा की अनुपम अनुरक्ति पर!
स्वाभिमान रैदास तुम्हारी निश्छल कठिन विरक्ति पर!
स्वाभिमान राणा पर है व राजस्थानी माटी पर!
स्वाभिमान हर समय रहेगा हमको हल्दीघाटी पर!
स्वाभिमान गुरुओं पर एवं गुरुओं की गुरूबानी पर!
स्वाभिमान है हमें हमारी झांसी वाली रानी पर!
स्वाभिमान है हमें भगतसिंह शेखर के बलिदानों पर!
स्वाभिमान नेताजी का जो भारी था हैवानो पर!
सीना तान खड़े सीमा पर स्वाभिमान उन वीरों पर!
स्वाभिमान है छत्रसाल बुंदेला की शमशीरों पर!
स्वाभिमान जिसके कारण ही कभी विजयरथ रुका नहीं!
स्वाभिमान जिसके कारण ही अमर तिरंगा झुका नहीं!
स्वाभिमान खंडित करने वाले का किंचित क्षेम नहीं!
स्वाभिमान से बढ़कर मुझको किसी और से प्रेम नहीं!
*_© सौरभ नारायण शुक्ला_*

No comments:

Post a Comment

प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं वार्षिकोत्सव मनाया गया।

दिनांक 30/11/2024 को प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं ...