Monday, May 21, 2018

मत्ता छंद





शिल्प ~ [(मगण भगण सगण)+गुरु]
प्रति चरण 10 वर्ण चार चरण,
दो-दो चरण समतुकांत।
यति प्रायः 4,6 वर्ण पर।

222    211   112   2

सीता माँ  के,चरण परूँ मैं।
रामा जी का, वरण करूँ मैं।।
ध्याऊँ  गाऊँ, कर कर पूजा।
ऐसा   नाहीं, प्रभुवर दूजा।।

- नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
   छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )
   सम्पर्क :- 8109643725

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