Sunday, April 28, 2019

चौपाई छंद

*विषय : चौपाई छंद*

*मूलभूत नियम*

प्रति चरण सोलह-सोलह मात्राओं का ऐसा छंद है जिसके कुल चार चरण होते हैं. यानि प्रत्येक चरण में सोलह मात्रायें होती हैं.
चौपाई के दो चरणों को अर्द्धाली कहते हैं. यह अति प्रसिद्ध छंद है.

इसका चरणांत जगण (लघु गुरु लघु यानि ।ऽ। यानि 121) या तगण (गुरु गुरु लघु यानि ऽऽ। यानि 221) से नहीं होता. यानि चरणों के अंत में किसी रूप में गुरु पश्चात तुरत एक लघु न आवे.

इस लिये चरणांत गुरु गुरु (ऽऽ यानि 22) या लघु लघु गुरु (।।ऽ यानि 112) या गुरु लघु लघु (ऽ।। यानि 211) या लघु लघु लघु लघु (।।।। यानि 1111) से होता है.

1. इस छंद में कलों के संयोजन पर विशेष ध्यान रखा जाता है. यानि द्विकल या चौकल के बाद कोई सम मात्रिक कल अर्थात द्विकल या चौकल ही रखते हैं.

2. विषम मात्रिक कल होने पर तुरत एक और विषम मात्रिक कल रख कर सम मात्रिक कर लेते हैं. यह अनिवार्य है. यानि दोनों त्रिकलों को साथ रखने से षटकल बन जाता है जो कि सम मात्रिक कल ही होता है.

3. किसी त्रिकल के बाद कोई सम मात्रिक कल यानि द्विकल या चौकल किसी सूरत में न रखें.

4. यह अवश्य है, कि किसी त्रिकल के बाद का चौकल यदि जगण (लघु गुरु लघु यानि ।ऽ। यानि 121) के रूप में आ रहा हो तो कई बार क्षम्य भी हो सकता है. क्यों कि जगण के पहली दो मात्राएँ उच्चारण के अनुसार त्रिकल का ही निर्माण करती हैं.

Saturday, April 27, 2019

Visual Human Anatomy & Body's Facts.

Visual Human Anatomy. & Body's Facts.
*A SUMMARY OF HUMAN BIOLOGY*
1: Number of Bones *206*
2: Number of Muscles *639*
3: Number of Kidneys *2*
4: Number of Milk Teeth *20*
5: Number of Ribs *24 (12 pair)*
6: Number of Heart Chamber *4*
7: Largest artery *Aorta*
8: Normal blood pressure *120/80mmHg*
9: Ph of Blood *7.4*
10: Number of vertebrae in the Spine *33*
11: Number of vertebrae in the Neck *7*
12: Number of Bones in Middle Ear *6*
13: Number of Bones in Face *14*
14: Number of Bones in Skull *22*
15: Number of Bones in Chest *25*
16: Number of Bones in Arms *6*
17: Number of Muscles in Human Arm *72*
18: Number of Pumps in Heart *2*
19: Largest Organ *Skin*
20: Largest gland *Liver*
21: Biggest cell *female Ovum*
22: Smallest cell *male Sperm*
23: Smallest Bone *Stapes*
24: First transplanted Organ *kidney*
25: Average length of Small Intestine *7m*
26: Average length of Large Intestine *1.5m*
27: Average weight of new Born baby *2.6kg*
28: Pulse rate in One Minute *72 times*
29: Normal body temperature *37 C° (98.4 F°)*
30: Average Blood Volume *4 to 5 liters*
31: Life Span of RBC *120 days*
32: Life Span of WBC *10 to 15 days*
33: Pregnancy Period *280 days (40 week)*
34: Number of Bones in Human Foot *33*
35: Number of Bones in Each wrist *8*
36: Number of Bones in Hand *27*
37: Largest Endocrine gland *Thyroid*
38: Largest Lymphatic Organ *Spleen*
39: Largest part of Brain *Cerebrum*
40: Largest & Strongest Bone *Femur*
41: Smallest Muscle *Stapedius (Middle Ear)*
41: Number of Chromosome *46 (23 pair)*
42: Number of Bones in new Born baby *306*
43: Viscosity of Blood *4.5 to 5.5*
44: Universal Donor Blood Group *O*
45: Universal Recipient Blood Group *AB*
46: Largest WBC *Monocyte*
47: Smallest WBC *Lymphocyte*
48: Increase RBC count called *Polycethemia*
49: Blood Bank in the Body is *Spleen*
50: Non Nucleated Blood cell is *RBC*
51: RBC produced in the *Bone Marrow*
52: River of Life is Called *Blood*
53: Normal Blood Cholesterol level *100mg/dl*
54: Fluid part of Blood is *Plasma*

Sunday, April 21, 2019

मुक्तक नीतेन्द्र भारत

🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

_ मुक्तक_

*पीर*

*पीर* दिल की तो मिटती नहीं दोस्तो।
उम्र मेरी भी घटती नहीं दोस्तो।।
राज दिल में बहुत से समेटे हुये।
मेरी मुझसे ही पटती नहीं दोस्तो।।1।।

दर्द दिल में समेटे चले जायेंगे।
याद रह रहके उनको सदा आयेंगे।।
वक्त की बात को कोई समझे नहीं।
बेवफा की कहानी न दोहराएंगे।।2।।

पीर पर्वत से भारी मुझे लग रही।
मेरे दिल में बसी वो मुझे ठग रही।।
दूर कैसे करें कुछ बताओ मुझे।
मैं यहाँ जग रहा वो वहाँ जग रही।।3।।

--- नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"
    छतरपुर   [ मध्यप्रदेश  ]

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गीत :- आदमी न रहा आदमी के लिए

*गीत*
*आदमी न रहा आदमी के लिये*

कोई पी के जिये,कोई जी के जिये।
आदमी न रहा आदमी के लिये।।

मैं भटकता रहा,लोग चलते रहे।
आँधी तूफा में हरदम ही जलते रहे।।
सत्य सब जानते,बैठे मुँह को सिये।।
आदमी न रहा आदमी के लिये।।1।।

आज मौसम भी पल में बदलता दिखा।
वक्त  वे वक्त मैंने तो सबकुछ लिखा।।
है अंधेरा बहुत अब जलाओ दिये।।
आदमी न रहा आदमी के लिये।।2।।

भोर से शाम तक वो तो मिलते नहीं।
पुष्प भी बाग में अब तो खिलते नहीं।।
मन मचलता मेरा और मचलता हिये।
आदमी न रहा आदमी के लिये।।3।।

राह भी सत्य की अब दिखा दीजिए।
कर्म अच्छा करूं अब सिखा दीजिए।।
कर्म भारत में *भारत* ने अच्छे किये।।
आदमी न रहा आदमी के लिये।।4।।

--- नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"
     छतरपुर  [ मध्यप्रदेश  ]

मुक्तक नीतेन्द्र भारत

*मुक्तक*

किये जो कर्म वीरों ने,सदा यशगान लिखता हूँ।
नयन में जो दिखी ज्वाला,वही पहचान लिखता हूँ।।
हकीकत क्या कहूं उनसे,जो खुद घर के लुटेरे हैं।
कलम में भर लहू अपना,मैं हिन्दुस्तान लिखता हूँ।।

- नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"

Saturday, April 20, 2019

आ० हीरालाल यादव जी

*ग़ज़ल*
212  212  212

ख़ुद ही ख़ुद से अदावत न कर।
पत्थरों    से   मुहब्बत   न कर।

ख़ुद  में  भी झाँक कर देख ले
हर घड़ी  बस शिकायत न कर।

हाथ   आये  हैं  किसके यहाँ
चाँद  तारों  की चाहत न कर।

दिल दुखा कर के अपनों का यूँ
घर से ख़ुशियों को रुखसत न कर।

कर न नज़र-ए-इनायत भले
इल्तिज़ा है कि नफ़रत न कर।

पड़ के लालच में  *हीरा* किसी
नफ़रतों की तिजारत न कर।

                  हीरालाल

Friday, April 19, 2019

आ० हीरालाल यादव जी

2122 1212 22
इश्क  का  रोग है बुरा साहिब।
थक गये ढूँढ सब दवा साहिब।

रोक   पाया   है  कौन  होने  से
जो मुकद्दर में है लिखा साहिब।

चार  पैसे  कमा  के  दुनिया में
आप  तो हो गये ख़ुदा साहिब।

गौर तो कीजिए, कभी सुनिए
हम ग़रीबों की इल्तिज़ा साहिब।

शक्लो-सूरत नहीं भली लेकिन
आदमी हूँ बहुत भला साहिब।

दुख का आना हमारे जीवन में
रोज का ही है सिलसिला साहिब।

दिल में शिकवा-गिला नहीं कुछ तो
दरमियाँ क्यों है फासला साहिब।

                  हीरालाल

हनुमान जयंती

*_जय श्री राम जय हनुमान_*

राम नाम जप करने वाले।
संकट सबके हरने वाले।।1।।
अतुलित बलशाली हनुमंता।
अद्भुत रूप दिखाया संता।।2।।
हीय में श्रीराम का वासा।
करते सदा निशाचर नाशा।।3।।
सीता माँ का पता लगाया।
क्षण में लंका नगर जराया।।4।।
पवनपुत्र की कथा निराली।
सूरत सुन्दर भोली भाली।।5।।
करनी कथनी एक समाना।
ईश्वर  श्रीराम को माना।।6।।
काम क्रोध मद माया छोड़ो।
हनुमान से नाता जोड़ो'।।7।।
आप हो हनुमत अंतर्यामी।
*भारत* पड़ा शरण में स्वामी।।8।।

- नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"
  छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )

Thursday, April 18, 2019

आ० हीरालाल यादव

122 122 122 122

वो दिल मेरे दिल का बसेरा नहीं है।
पता है मुझे भी वो मेरा नहीं है।

अँधेरा ही महमान है मेरे घर का
मुकद्दर में लिख्खा सवेरा नहीं है।

भरोसा रखा कर ज़माने पे कुछ दिल
बशर हर जहां में लुटेरा नहीं है।

अकेला नहीं दिल परेशाँ तू जग में.
दुखों ने यहाँ किसको घेरा नहीं है।

चले जायेंगे छोड़ महमान हैं सब
सदा के लिये जग ये डेरा नहीं है।

कहीं कुछ कमी है दुआओं में *हीरा*
जो पूरा कोई ख्वाब तेरा नहीं है।

                   हीरालाल

jai jai

||ॐ सद्गुरुवे नम:|🙏|ॐ सरस्वत्यै नम:||
   🌼💧🌼 *_जय-जय हिन्दी_* 🌼💧🌼
      *दि०-   १९ अप्रैल २०१९ शुक्रवार*
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
             *🎤 दैनिक-कार्यक्रम 🙏*
°°°°°°°°°°°                                °°°°°°°°°°°
★ *विनयकाल: प्रात: ६ से १० बजे तक*

मंगलम - आदरणीय जागेश्वर प्रसाद
सरस्वती वंदना - आदरणीय भवानी सिंह राठौर
विशेष समीक्षा - आद० दलीप कुमार पाठक "सरस" जी

°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
*★ विषयकाल : प्रात: १० से सायं ६:०० बजे तक*
🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏 😄😅😅😄
      ✍ *_विषय :- भाव
            *_विधा :- मुक्त_*
  🌷🌹🌹🌷🌹🌷🌹🌻🌸🌸🏵🎖🏅🥉🥈🎖🏅🥉🎗 
  ☝टिप्पणीकार - *जय-जय हिंदी परिवार*
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            *समीक्षाकाल व प्रतिक्रियाएँ*
                (सायं ६ से १० बजे तक)
       समीक्षक ~ जय जय हिन्दी परिवार
       {१० से ६  बजे तक की रचनाओं पर)
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
  🙏 *सम्मान-वेला~ रात ८ से ९ बजे* 🙏
  ✍ *स्वैच्छिक सर्जना~प्रात: ६ बजे तक*
=============================
         ~ दैनिक कार्यक्रम संयोजिका ~
        *आ०सुशीला धस्माना 'मुस्कान'*
                  ~मंच सचेतक ~
           *डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'*
                ~विधि संचालक ~
      *आ० कौशल कुमार पाण्डेय 'आस'*
               ~अनुशासन प्रमुख ~
              *आ० नमन जैन 'अद्वितीय'*
=============================
  *द्वारा~विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत रजि.सं.3011* 

✒✒✒✒✒✒✒✒✒✒

🙏🙏🙏🙏 *जय-जय* 🙏🙏🙏🙏

आ० हीरालाल यादव

*ग़ज़ल*
122 122 122 122

जो माँगें सभी वो दुआ ज़िन्दगी है।
जो चाहें सभी वो मज़ा ज़िन्दगी है।

समझते हो क्योंकर बला ज़िन्दगी है।
बहुत  खूबसूरत  कला  ज़िन्दगी है।

सलीका जिन्हें ज़िन्दगी का न आया
समझते  हैं वो ही बला ज़िन्दगी है।

गँवाओं नहीं मुफ्त में मुझको यूँ हीं
तुम्हें  दे  रही  ये  सदा ज़िन्दगी है।

हटाओ   ग़मों  के  ये  बादल  घनेरे
कि ख़ुशियों का देती पता ज़िन्दगी है।

सुना   है   बुजुर्गों   से   *हीरा*   हमेशा
कि पानी का इक बुलबुला ज़िन्दगी है।

                 हीरालाल

HEALTH RELATED

*Health related... कुछ 100 जानकारी जिसका ज्ञान सबको होना चाहिए*
1.योग,भोग और रोग ये तीन अवस्थाएं है।
2. *लकवा* - सोडियम की कमी के कारण होता है ।
3. *हाई वी पी में* -  स्नान व सोने से पूर्व एक गिलास जल का सेवन करें तथा स्नान करते समय थोड़ा सा नमक पानी मे डालकर स्नान करे ।
4. *लो बी पी* - सेंधा नमक डालकर पानी पीयें ।
5. *कूबड़ निकलना*- फास्फोरस की कमी ।
6. *कफ* - फास्फोरस की कमी से कफ बिगड़ता है , फास्फोरस की पूर्ति हेतु आर्सेनिक की उपस्थिति जरुरी है । गुड व शहद खाएं
7. *दमा, अस्थमा* - सल्फर की कमी ।
8. *सिजेरियन आपरेशन* - आयरन , कैल्शियम की कमी ।
9. *सभी क्षारीय वस्तुएं दिन डूबने के बाद खायें* ।
10. *अम्लीय वस्तुएं व फल दिन डूबने से पहले खायें* ।
11. *जम्भाई*- शरीर में आक्सीजन की कमी ।
12. *जुकाम* - जो प्रातः काल जूस पीते हैं वो उस में काला नमक व अदरक डालकर पियें ।
13. *ताम्बे का पानी* - प्रातः खड़े होकर नंगे पाँव पानी ना पियें ।
14.  *किडनी* - भूलकर भी खड़े होकर गिलास का पानी ना पिये ।
15. *गिलास* एक रेखीय होता है तथा इसका सर्फेसटेन्स अधिक होता है । गिलास अंग्रेजो ( पुर्तगाल) की सभ्यता से आयी है अतः लोटे का पानी पियें,  लोटे का कम  सर्फेसटेन्स होता है ।
16. *अस्थमा , मधुमेह , कैंसर* से गहरे रंग की वनस्पतियाँ बचाती हैं ।
17. *वास्तु* के अनुसार जिस घर में जितना खुला स्थान होगा उस घर के लोगों का दिमाग व हृदय भी उतना ही खुला होगा ।
18. *परम्परायें* वहीँ विकसित होगीं जहाँ जलवायु के अनुसार व्यवस्थायें विकसित होगीं ।
19. *पथरी* - अर्जुन की छाल से पथरी की समस्यायें ना के बराबर है ।
20. *RO* का पानी कभी ना पियें यह गुणवत्ता को स्थिर नहीं रखता । कुएँ का पानी पियें । बारिस का पानी सबसे अच्छा , पानी की सफाई के लिए *सहिजन* की फली सबसे बेहतर है ।
21. *सोकर उठते समय* हमेशा दायीं करवट से उठें या जिधर का *स्वर* चल रहा हो उधर करवट लेकर उठें ।
22. *पेट के बल सोने से* हर्निया, प्रोस्टेट, एपेंडिक्स की समस्या आती है ।
23.  *भोजन* के लिए पूर्व दिशा , *पढाई* के लिए उत्तर दिशा बेहतर है ।
24.  *HDL* बढ़ने से मोटापा कम होगा LDL व VLDL कम होगा ।
25. *गैस की समस्या* होने पर भोजन में अजवाइन मिलाना शुरू कर दें ।
26.  *चीनी* के अन्दर सल्फर होता जो कि पटाखों में प्रयोग होता है , यह शरीर में जाने के बाद बाहर नहीं निकलता है। चीनी खाने से *पित्त* बढ़ता है ।
27.  *शुक्रोज* हजम नहीं होता है *फ्रेक्टोज* हजम होता है और भगवान् की हर मीठी चीज में फ्रेक्टोज है ।
28. *वात* के असर में नींद कम आती है ।
29.  *कफ* के प्रभाव में व्यक्ति प्रेम अधिक करता है ।
30. *कफ* के असर में पढाई कम होती है ।
31. *पित्त* के असर में पढाई अधिक होती है ।
33.  *आँखों के रोग* - कैट्रेक्टस, मोतियाविन्द, ग्लूकोमा , आँखों का लाल होना आदि ज्यादातर रोग कफ के कारण होता है ।
34. *शाम को वात*-नाशक चीजें खानी चाहिए ।
35.  *प्रातः 4 बजे जाग जाना चाहिए* ।
36. *सोते समय* रक्त दवाव सामान्य या सामान्य से कम होता है ।
37. *व्यायाम* - *वात रोगियों* के लिए मालिश के बाद व्यायाम , *पित्त वालों* को व्यायाम के बाद मालिश करनी चाहिए । *कफ के लोगों* को स्नान के बाद मालिश करनी चाहिए ।
38. *भारत की जलवायु* वात प्रकृति की है , दौड़ की बजाय सूर्य नमस्कार करना चाहिए ।
39. *जो माताएं* घरेलू कार्य करती हैं उनके लिए व्यायाम जरुरी नहीं ।
40. *निद्रा* से *पित्त* शांत होता है , मालिश से *वायु* शांति होती है , उल्टी से *कफ* शांत होता है तथा *उपवास* ( लंघन ) से बुखार शांत होता है ।
41.  *भारी वस्तुयें* शरीर का रक्तदाब बढाती है , क्योंकि उनका गुरुत्व अधिक होता है ।
42. *दुनियां के महान* वैज्ञानिक का स्कूली शिक्षा का सफ़र अच्छा नहीं रहा, चाहे वह 8 वीं फेल न्यूटन हों या 9 वीं फेल आइस्टीन हों ,
43. *माँस खाने वालों* के शरीर से अम्ल-स्राव करने वाली ग्रंथियाँ प्रभावित होती हैं ।
44. *तेल हमेशा* गाढ़ा खाना चाहिएं सिर्फ लकडी वाली घाणी का , दूध हमेशा पतला पीना चाहिए ।
45. *छिलके वाली दाल-सब्जियों से कोलेस्ट्रोल हमेशा घटता है ।*
46. *कोलेस्ट्रोल की बढ़ी* हुई स्थिति में इन्सुलिन खून में नहीं जा पाता है । ब्लड शुगर का सम्बन्ध ग्लूकोस के साथ नहीं अपितु कोलेस्ट्रोल के साथ है ।
47. *मिर्गी दौरे* में अमोनिया या चूने की गंध सूँघानी चाहिए ।
48. *सिरदर्द* में एक चुटकी नौसादर व अदरक का रस रोगी को सुंघायें ।
49. *भोजन के पहले* मीठा खाने से बाद में खट्टा खाने से शुगर नहीं होता है ।
50. *भोजन* के आधे घंटे पहले सलाद खाएं उसके बाद भोजन करें ।
51. *अवसाद* में आयरन , कैल्शियम , फास्फोरस की कमी हो जाती है । फास्फोरस गुड और अमरुद में अधिक है
52.  *पीले केले* में आयरन कम और कैल्शियम अधिक होता है । हरे केले में कैल्शियम थोडा कम लेकिन फास्फोरस ज्यादा होता है तथा लाल केले में कैल्शियम कम आयरन ज्यादा होता है । हर हरी चीज में भरपूर फास्फोरस होती है, वही हरी चीज पकने के बाद पीली हो जाती है जिसमे कैल्शियम अधिक होता है ।
53.  *छोटे केले* में बड़े केले से ज्यादा कैल्शियम होता है ।
54. *रसौली* की गलाने वाली सारी दवाएँ चूने से बनती हैं ।
55.  हेपेटाइट्स A से E तक के लिए चूना बेहतर है ।
56. *एंटी टिटनेस* के लिए हाईपेरियम 200 की दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दे ।
57. *ऐसी चोट* जिसमे खून जम गया हो उसके लिए नैट्रमसल्फ दो-दो बूंद 10-10 मिनट पर तीन बार दें । बच्चो को एक बूंद पानी में डालकर दें ।
58. *मोटे लोगों में कैल्शियम* की कमी होती है अतः त्रिफला दें । त्रिकूट ( सोंठ+कालीमिर्च+ मघा पीपली ) भी दे सकते हैं ।
59. *अस्थमा में नारियल दें ।* नारियल फल होते हुए भी क्षारीय है ।दालचीनी + गुड + नारियल दें ।
60. *चूना* बालों को मजबूत करता है तथा आँखों की रोशनी बढाता है ।
61.  *दूध* का सर्फेसटेंसेज कम होने से त्वचा का कचरा बाहर निकाल देता है ।
62.  *गाय की घी सबसे अधिक पित्तनाशक फिर कफ व वायुनाशक है ।*
63.  *जिस भोजन* में सूर्य का प्रकाश व हवा का स्पर्श ना हो उसे नहीं खाना चाहिए
64.  *गौ-मूत्र अर्क आँखों में ना डालें ।*
65.  *गाय के दूध* में घी मिलाकर देने से कफ की संभावना कम होती है लेकिन चीनी मिलाकर देने से कफ बढ़ता है ।
66.  *मासिक के दौरान* वायु बढ़ जाता है , 3-4 दिन स्त्रियों को उल्टा सोना चाहिए इससे  गर्भाशय फैलने का खतरा नहीं रहता है । दर्द की स्थति में गर्म पानी में देशी घी दो चम्मच डालकर पियें ।
67. *रात* में आलू खाने से वजन बढ़ता है ।
68. *भोजन के* बाद बज्रासन में बैठने से *वात* नियंत्रित होता है ।
69. *भोजन* के बाद कंघी करें कंघी करते समय आपके बालों में कंघी के दांत चुभने चाहिए । बाल जल्द सफ़ेद नहीं होगा ।
70. *अजवाईन* अपान वायु को बढ़ा देता है जिससे पेट की समस्यायें कम होती है
71. *अगर पेट* में मल बंध गया है तो अदरक का रस या सोंठ का प्रयोग करें
72. *कब्ज* होने की अवस्था में सुबह पानी पीकर कुछ देर एडियों के बल चलना चाहिए ।
73. *रास्ता चलने*, श्रम कार्य के बाद थकने पर या धातु गर्म होने पर दायीं करवट लेटना चाहिए ।
74. *जो दिन मे दायीं करवट लेता है तथा रात्रि में बायीं करवट लेता है उसे थकान व शारीरिक पीड़ा कम होती है ।*
75.  *बिना कैल्शियम* की उपस्थिति के कोई भी विटामिन व पोषक तत्व पूर्ण कार्य नहीं करते है ।
76. *स्वस्थ्य व्यक्ति* सिर्फ 5 मिनट शौच में लगाता है ।
77. *भोजन* करते समय डकार आपके भोजन को पूर्ण और हाजमे को संतुष्टि का संकेत है ।
78. *सुबह के नाश्ते* में फल , *दोपहर को दही* व *रात्रि को दूध* का सेवन करना चाहिए ।
79. *रात्रि* को कभी भी अधिक प्रोटीन वाली वस्तुयें नहीं खानी चाहिए । जैसे - दाल , पनीर , राजमा , लोबिया आदि ।
80.  *शौच और भोजन* के समय मुंह बंद रखें , भोजन के समय टी वी ना देखें ।
81. *मासिक चक्र* के दौरान स्त्री को ठंडे पानी से स्नान , व आग से दूर रहना चाहिए ।
82. *जो बीमारी जितनी देर से आती है , वह उतनी देर से जाती भी है ।*
83. *जो बीमारी अंदर से आती है , उसका समाधान भी अंदर से ही होना चाहिए ।*
84. *एलोपैथी* ने एक ही चीज दी है , दर्द से राहत । आज एलोपैथी की दवाओं के कारण ही लोगों की किडनी , लीवर , आतें , हृदय ख़राब हो रहे हैं । एलोपैथी एक बिमारी खत्म करती है तो दस बिमारी देकर भी जाती है ।
85. *खाने* की वस्तु में कभी भी ऊपर से नमक नहीं डालना चाहिए , ब्लड-प्रेशर बढ़ता है ।
86 .  *रंगों द्वारा* चिकित्सा करने के लिए इंद्रधनुष को समझ लें , पहले जामुनी , फिर नीला ..... अंत में लाल रंग ।
87 . *छोटे* बच्चों को सबसे अधिक सोना चाहिए , क्योंकि उनमें वह कफ प्रवृति होती है , स्त्री को भी पुरुष से अधिक विश्राम करना चाहिए
88. *जो सूर्य निकलने* के बाद उठते हैं , उन्हें पेट की भयंकर बीमारियां होती है , क्योंकि बड़ी आँत मल को चूसने लगती है ।
89.  *बिना शरीर की गंदगी* निकाले स्वास्थ्य शरीर की कल्पना निरर्थक है , मल-मूत्र से 5% , कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ने से 22 %, तथा पसीना निकलने लगभग 70 % शरीर से विजातीय तत्व निकलते हैं ।
90. *चिंता , क्रोध , ईर्ष्या करने से गलत हार्मोन्स का निर्माण होता है जिससे कब्ज , बबासीर , अजीर्ण , अपच , रक्तचाप , थायरायड की समस्या उतपन्न होती है ।*
91.  *गर्मियों में बेल , गुलकंद , तरबूजा , खरबूजा व सर्दियों में सफ़ेद मूसली , सोंठ का प्रयोग करें ।*
92. *प्रसव* के बाद माँ का पीला दूध बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को 10 गुना बढ़ा देता है । बच्चो को टीके लगाने की आवश्यकता नहीं होती  है ।
93. *रात को सोते समय* सर्दियों में देशी मधु लगाकर सोयें त्वचा में निखार आएगा
94. *दुनिया में कोई चीज व्यर्थ नहीं , हमें उपयोग करना आना चाहिए*।
95. *जो अपने दुखों* को दूर करके दूसरों के भी दुःखों को दूर करता है , वही मोक्ष का अधिकारी है ।
96. *सोने से* आधे घंटे पूर्व जल का सेवन करने से वायु नियंत्रित होती है , लकवा , हार्ट-अटैक का खतरा कम होता है ।
97. *स्नान से पूर्व और भोजन के बाद पेशाब जाने से रक्तचाप नियंत्रित होता है*।
98 . *तेज धूप* में चलने के बाद , शारीरिक श्रम करने के बाद , शौच से आने के तुरंत बाद जल का सेवन निषिद्ध है
99. *त्रिफला अमृत है* जिससे *वात, पित्त , कफ* तीनो शांत होते हैं । इसके अतिरिक्त भोजन के बाद पान व चूना ।  देशी गाय का घी , गौ-मूत्र भी त्रिदोष नाशक है ।
100. इस विश्व की सबसे मँहगी *दवा। लार* है , जो प्रकृति ने तुम्हें अनमोल दी है ,इसे ना थूके ।

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Tuesday, April 16, 2019

आ० हीरालाल यादव जी

*ग़ज़ल*
2122 1212 22/112

ज़िन्दगी  ऐसे  इम्तिहान  न ले।
दर्द   दे  दे  के रोज़ जान न ले।

हौसला  तोड़कर  मेरा  हर दिन
छीन  मुझसे  मेरा  गुमान न ले।

बोलने  वाले सच, सँभल के रह
काट दुनिया  कहीं जुबान न ले।

बस  इसी  डर में जी रहे हैं सब
राज़-ए-दिल और कोई जान न ले।

सच की राहों पे चल के तू *हीरा*
अपना दुश्मन बना जहान न ले।

                 हीरालाल

अनंगशेखर छंद :- नीतेन्द्र सिंह परमार भारत

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*अनंगशेखर छंद*

शिल्प : जगण रगण जगण रगण जगण गुरु
16 वर्ण, दो दो चरण समतुकांत
121 212 121 212  121  2

प्रवाह में  चली  नदी अपार  नीर से भरी।
भरे  समुद्र  ताल  और भूमि को करे हरी।।
चले चलो बिना  रुके  कहे सुहावनी नदी।
प्रणाम लक्ष्य को करे सदा लुभावनी नदी।।

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )

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Monday, April 8, 2019

आ० हीरालाल यादव जी

*ग़ज़ल*
2122 1122 22/ 212

दिल न यूँ हद से गुज़रने दे मुझे।
अपने  आपे  में ही रहने दे मुझे।

दर्दो-ग़म  भूल  ज़माने  के  सब
दो  घड़ी  बनने  सँवरने  दे मुझे।

ख्वाहिशें   डूबने   की   हैं मेरी
इश्के दरिया में उतरने दे मुझे।

है मुसलसल बना जो जीवन में
अब तो उस ग़म से उबरने दे मुझे।

रह तू आबाद मेरा ग़म बत कर
मैं बिखरता हू् बिखरने दे मुझे।

                 हीरालाल

Friday, April 5, 2019

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत छतरपुर मध्यप्रदेश इकाई नव संवत्सर २०७६





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         *विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत*
राष्ट्रीय कार्यालय:-
बीसलपुर, पीलीभीत उत्तर प्रदेश
प्रदेश कार्यालय:-
कमला कॉलोनी नया पन्ना नाका छतरपुर मध्यप्रदेश
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               दिनांक 06 अप्रैल 2019 तदनुसार भारतीय नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत 2076 के शुभ अवसर पर विश्व जनचेतना ट्रस्ट से सम्बद्ध विविध पदाधिकारी ट्रस्ट के समस्त साहित्य प्रेमी, प्रदेशों एवम जिलों के कार्यकारिणी सदस्य तथा समस्त पदाधिकारियों (वरिष्ठ व कनिष्क) को हमारी ओर से इस भारतीय नूतन वर्ष के शुभारम्भ पर हार्दिक शुभकामनाएं हैं ।ईश्वर से प्रार्थना है कि इस नूतन वर्ष में आप सभी  भलीभांति पुष्पित व पल्लवित होकर चहुंमुखी विकास के पथ पर अग्रसर हों।
उक्त शुभ कामनाओ के साथ।

           भवदीय
        प्रदेश अध्यक्ष
नीतेन्द्र  सिंह परमार "भारत"
विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत
छतरपुर मध्यप्रदेश इकाई

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नव संवत्सर 2076

आपको और आपके शुभाकांक्षियों को *नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं*.. आप हमेशा प्रगतिपथ पर अग्रसर रहें..

आपका, *शोभित*

*आज है भारतीय नववर्ष का पहला दिन, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रमी संवत् 2076*

*चैत्र शुक्ल प्रतिपदा का ऐतिहासिक महत्व :*

*1.* इसी दिन के सूर्योदय से ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना प्रारंभ की।

*2.* सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन राज्य स्थापित किया। इन्हीं के नाम पर विक्रमी संवत् का पहला दिन प्रारंभ होता है।

*3.* प्रभु श्री राम के राज्याभिषेक का दिन यही है। 

*4.* शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात् नवरात्र का पहला दिन यही है।

*5.* सिखो के द्वितीय गुरू श्री अंगद देव जी का जन्म दिवस  है। 

*6.* स्वामी दयानंद सरस्वती जी ने इसी दिन आर्य समाज की स्थापना की एवं कृणवंतो विश्वमआर्यम का संदेश दिया |

*7.* सिंध प्रान्त के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरूणावतार भगवान झूलेलाल इसी दिन प्रगट हुए।

*8.* विक्रमादित्य की भांति शालिवाहन ने हूणों को परास्त कर दक्षिण भारत में श्रेष्ठतम राज्य स्थापित करने हेतु यही दिन चुना। विक्रम संवत की स्थापना की ।

*9.* युधिष्ठिर का राज्यभिषेक भी इसी दिन हुआ।

*भारतीय नववर्ष का प्राकृतिक महत्व :*

*1.* वसंत ऋतु का आरंभ वर्ष प्रतिपदा से ही होता है जो उल्लास, उमंग, खुशी तथा चारों तरफ पुष्पों की सुगंधि से भरी होती है।

*2.* फसल पकने का प्रारंभ यानि किसान की मेहनत का फल मिलने का भी यही समय होता है।

*3.* नक्षत्र शुभ स्थिति में होते हैं अर्थात् किसी भी कार्य को प्रारंभ करने के लिये यह शुभ मुहूर्त होता है।

प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं वार्षिकोत्सव मनाया गया।

दिनांक 30/11/2024 को प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं ...