गीत
चला आ रहा हूँ सनम धीरे-धीरे।
जरा मुसुकाना सनम धीरे-धीरे।।
धड़कन में रहती सासों से कहती।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।
रूठा जमाना हमसे रूठी खुदाई।
कैसे सहूंगा तेरी में जुदाई-जुदाई।
ख्वाबों में आना सनम धीरे-धीरे।।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।1।।
झूठी ये दुनिया झूठी ये कसमें।
दिल रह सका न मेरे दिल के बसमें।।
वादे बताना सनम धीरे-धीरे।।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।2।।
चमन की गुलाबी फिज़ा मिल रही है।
मायूस चेहरों पर हँसी खिल रही हैं।।
राजे दिल सुनाने सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।3।।
तेरी बंदगी का सहारा ना होता।
तुम बिन हमारा गुजारा ना होता।।
आँसू मत बहाना सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।4।।
खुदा ने रचाया खुदा की नुमाइश।
मिले आज दोनो मेरी गुजारिश।।
भारत हसायें सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।5।।
नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725
No comments:
Post a Comment