Wednesday, May 22, 2019

  अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"- 5

सतर्कता  ,  चैतन्यता  ,   जागरूकता   तीन ।
यह ही त्रिमुखी ज्योति है,समझो इसे प्रवीन ।।
समझो इसे प्रवीन, लक्ष्य जीवन दिख जाता ।
परमेश्वर की  श्रेष्ठ , राह पर वह टिक जाता ।।
कह"अनंग"करजोरि , दूर  हो जाय .व्यर्थता ।
जागरूक , चैतन्य  ,  आत्मा  की  सतर्कता ।।
               अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"

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