*विषय*
*बरवै छंद*
शिल्प~[सम पदों में12 मात्राएँ विषम
पदों में 7 मात्राएँ]
हे दामोदर दुखहर , दीनदयाल।
भव भेषज भयहारी,भजत भुआल।।
नैनन नटखट नटवर ,यशुदा लाल।
द्रवहुँ दयानिधि मो पर, होहुँ कृपाल।।
मनभावन मधुसूदन , हे जगपाल।
माधव मोहन मानस , मंजु मराल।।
केशव गिरिधर करदो,मोहिं निहाल।
"सोम"श्यामसुन्दर जू,लेहुँ सम्हाल।।
*~शैलेन्द्र खरे"सोम"*
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