Monday, December 18, 2023

मत्ता छंद - शैलेंद्र खरे 'सोम'


◆मत्ता छंद◆

विधान   ~  मगण भगण सगण)+गुरु
गण सूत्र ~  222    211    112  2
प्रतिचरण 10 वर्ण, यति प्रायः 4, 6 वर्ण पर।
चार चरण, दो-दो चरण समतुकांत।

उदाहरण

चापौं भोले, चरण  तिहारे।
दीजे  मोहे , शरण  सहारे।।
गंगा   धारी, सुमिरत  जाऊँ।
दाता   संभू, निशदिन गाऊँ।।    

    शैलेन्द्र खरे "सोम"


No comments:

Post a Comment

'कात्यायनी' काव्य संग्रह का हुआ विमोचन। - छतरपुर, मध्यप्रदेश

'कात्यायनी' काव्य संग्रह का हुआ विमोचन।  छतरपुर, मध्यप्रदेश, दिनांक 14-4-2024 को दिन रविवार  कान्हा रेस्टोरेंट में श्रीम...