Friday, August 31, 2018

मिल बाँचे कार्यक्रम शा. प्रा.पाठशाला बरेठी जिला छतरपुर मध्यप्रदेश














*मिल बाँचे कार्यक्रम शा. प्रा.पाठशाला - बरेठी जिला छतरपुर, मध्यप्रदेश*


आज तारीख 31/08/2018 को  पूरे मध्यप्रदेश में मिल बाँचे कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे सभी ने पाठशाला  ( स्कूल ) में जाकर भाग लिया। और मेरा भी वाॅलेनटियर के रूप में शासकीय प्राथमिक पाठशाला बरेठी जिला छतरपुर की पाठशाला में रजिस्ट्रेशन था। तो हम भी निश्चित समय पर पाठशाला पहुंचे। स्कूल में जाकर कार्यक्रम के शुरू करवाया उसके पहले कार्यक्रम का अध्यक्ष बनाया आदरणीय श्री बलवंत सिंह जू परमार ( जनपद उपाध्यक्ष राजनगर ) जी को। और पाठशाला के हेडमास्टर आदरणीय श्री गुलाब सिंह परमार  जी की अनुमति से शुरूआत की माता वीणावादनी की वंदना के साथ शुरू किया। और शिक्षक आ0:- शिवम शुक्ला जी उपस्थित रहे। इसके बाद सभी बच्चो को कहानी,गीत,बाल कविताऐ तथा कैसे पढ़ाई की जाये और स्वच्छता के बारे में बताया तथा पढ़ाई के लाभ को भी बताया। कार्यक्रम में गांव के सभी लोग उपस्थित थे। जिसमें राजेश मिश्रा जी,अर्जुन सिंह जी,नारायण शुक्ला जी,सतेंद्र सिंह,रनधीर सिंह,भागवेन्द्र सिहं,रोशन सिंह,प्यारे राजा, धीरेन्द्र सिंह,दीपेंद्र,राघवेंद्र,और ग्राम पंचयत बरेठी के उपसरपंच तथा अन्य लोग उपस्थित थे। सभी बच्चों को प्रेरित किया तथा सभी बच्चों से भी चुटकुले, गीत ,राष्ट्रगीत आदि सुनने का अवसर प्राप्त हुआ। तथा पाठशाला बरेठी के लिए मेरी ओर से सप्रेम भेट के रूप में महापुरुष स्वामी विवेकानंद जी की तस्वीर भेट की। और इसी के साथ सभी बच्चों के लिए पेन और काॅपी आदि पुरस्कार के रूप में भेट किये। सभी बच्चों की उपस्थिति देखकर हमारा मन प्रफुल्लित हो गया। साठ छात्र,छात्राओं के साथ और भी गांव के लोग मौजूद थे।सभी बच्चों ने बहुत खूब मेरा स्वागत किया। तथा हमने अपनी शाला की ओर से सभी गांव वालो का हृदय से स्वागत किया। और यह सिलसिला चलता रहेगा। मेरी उपस्थिति वाॅलेनटियर के रूप में दूसरी बार थी। उसी स्कूल में जहां पर हमने स्वयं अध्ययन किया। तथा अपना भविष्य बनाने के लिए मेरी नीव बनाई। मित्रो बहुत खुशी होती हैं जब अपने ही गांव मेअं कुछ कर दिखाने का सौभाग्य प्राप्त होता हैं। बस कमी सता रही थी। तो केवल एक व्यक्ति की जो कि मेरी कक्षा एक से पांच तक पढ़ने वाली मेडम थी। स्व.श्री मती रेजीना खा खा जी।
               सभी को नमन करते हुई। अपनी बात सभी के साथ बांटने का प्रयास कर रहा हूँ।

    धन्यवाद

        *नीतेन्द्र सिंह परमार*
            प्रदेश अध्यक्ष
जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक            
           समिति मध्यप्रदेश
          प्रदेश महा सचिव
नर्सिंग छात्र संगठन छतरपुर      
          मध्यप्रदेश  भारत

Sunday, August 26, 2018

नर्स का जीवन







नर्स का जीवन

जानते सभी हैं बात,रहते हैं संग साथ।
बीमारी कराते दूर,नर्स करे काम हैं।।


सुबह से शाम तक,छोड़ती हैं घर द्वार।
सेवा में लगाती मन,होता नही नाम हैं।।


नींद नही लेती कभी,दौड़ भाग करे सभी।
मरीजो के हित में तो,बात यही आम हैं।।


अस्पताल मंदिर समान मुझे लगता हैं।
नर्स इसे मानती हैं,देखो चारो धाम हैं।।


- नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725




रक्षाबंधन भाई बहिन का त्यौहार






रक्षाबंधन


भाई बहिनों का प्यार,लाया खुशिया हजार।
मिलके मनाओ यार,टीका तो लगाईयें।


राखी तो कलाई पर,मुह में मिठाई भर।
शहर से आया घर,गीत नया गाईयें।।

इंतजार किया तब,आया त्यौहार अब।
राखी को बधाओं सब,हाथ पास लाईयें।।

रक्षा का बंधन बांधा,भाई ने जन्म भर साधा।
आयेगी ना कोई बाधा,भारत बताईये।।



- नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
  छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )
  सम्पर्क :- 8109643725


Saturday, August 18, 2018

अपनी शान हैं तिरंगा













"अर्णव कलश एसोसिएशन" के राष्ट्रीय साहित्यिक मिशन ( कलम की सुगंध )से मुझे हिन्दी साहित्य श्री सम्मान से सम्मानित किया तथा "अपनी शान हैं तिरंगा" साँझा काव्य संग्रह में अपनी रचना को सम्मिलित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। प्रधान संपादक आ0:- संजय कौशिक 'विज्ञात' जी का बहुत बहुत आभार एवं बधाई।


नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725

Thursday, August 16, 2018

संस्मरण :- कौशल कुमार पाण्डेय " आस "









*विषय~स्वतंत्रता पर्व पर कविसम्मेलन के संस्मरण*
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*जय जय चित्रशाला में १५अगस्त२०१८को स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर आयोजित अखिल भारतीय आनलाइन काव्यसम्मेलन सायंकाल ४:०० बजे आरम्भ होना निश्चित था अतः समस्त साहित्यकार नियत समय से उपस्थित हो गये थे।* संचालकगणों ३:५० बजे ही अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर दी और कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार कर ली।
पूर्व कार्यक्रमानुसार ४:००बजे *कार्यक्रम संरक्षक~ आ0बिजेन्द्र सिंह सरल जी*
*अध्यक्ष ~ आ0सुशीला धस्माना "मुस्कान" जी*
*मुख्य अतिथि ~आ0मीनाक्षी  पारिक जी*
*विशिष्ट अतिथि ~आ0डॉ0लियाकत अली "जलज" जी*
एवं समस्त साहित्यकार बन्धु मंच पर उपस्थित हो चुके थे।
सर्वप्रथम माँ वागीश्वरी के चित्र के अनावरण पूजन आराधन एवं दीप प्रज्जवलन के साथ वाणीवंदना की मधुरिम ध्वनि *आ0 इन्दु शर्मा "शचि" जी* की गुंजरित हुई जिसने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर लिया।वंदना की पूर्णता के साथ मनोहारी लहकते हुए स्वर में *आ0 भावना प्रवीण सिंह जी* के स्वर ने स्वागत गीत की शानदार प्रस्तुति हुई जिसका अनंत करतल ध्वनि से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन *आ0 भावना प्रवीण सिंह जी* ,
 *आ0 सुमित शर्मा "पीयूष" जी*
 एवं
 *आ0नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत" जी*
द्वारा क्रम से किया गया।इन सभी संचालकों के संचालन की प्रशंसा जितनी भी की जाये कम ही है क्योंकि आप सभी ने श्रोताओं को मौका मिलते ही खूब गुदगुदाया और खूब तालियां बटोरीं आप सभी संचालक बधाई के पात्र हैं क्योंकि कार्यक्रम के सफलता में संचालकों का विशेष सहयोग रहा।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
      *एक शाम - वीरपुंजों के नाम*
 कार्यक्रम को सार्थक करती हुई ओजपूर्ण लाजवाब रचना सर्वप्रथम *आ० शीतल प्रसाद बोपचे जी* लेकर आये वाह वाह कमाल की प्रस्तुति श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट लगातार गूंजती रही वातावरण ओज से भर उठा।इसके उपरांत  *आ० विश्वेश्वर शास्त्री"विशेष" जी* ने गड़गडाहट भरे वातावरण में अपनी रचना पेश की तो श्रोताओं का जोश देखते ही बनता था। फिर संचालक आ०भावना प्रवीण सिंह जी ने आवाह्न किया *बाबा विश्वनाथ की नगरी से पधारे डॉ०लियाकत अली "जलज" जी* का अति कोमलमधुरता लिए हृदयग्राही स्वर ने मनमोह लिया आपकी रचना खूब सराही गयी। *रानी लक्ष्मीबाई की भूमि झांसी के छतरपुर से आये आ०नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"जी* अपनी रसभरी ओजमय वाणी से श्रोताओं को भावविभोर कर खूब सराहना औऱ तालियां पायी।
*अभिनव कवियत्री आ०सुशीला धस्माना "मुसकान"जी* की अद्भुत रचना
*आ०बिजेन्द्र सिंह "सरल" जी* का अद्वितीय सृजन
*आ०एस.के.कपूर "श्रीसंह" जी* के लाजवाब मुक्तक
*आ०ममता सिंह राठौर "मीत"जी* को मनमोहक गीत
*आ०शिवम दीक्षित "दादा"जी* सभी ने दर्शक दीर्घा का तालियों से खूब सराहना औऱ प्रशंसा प्राप्त की।इसी के साथ *अनुशासन प्रमुख आ०भावना प्रवीण सिंह जी* ने संचालन भार अगले तेजतर्रार *अलंकरण प्रमुख आ०सुमित शर्मा"पीयूष"जी* को सौपा। संचालन भार ग्रहण करते ही गीतकार *आ०सुशीला जोशी जी* को मंचासीन होने का निमंत्रण अपने अनोखे अंदाज में कर श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। उत्तर प्रदेश  देवरिया से *आ० प्रशान्त कुमार दीक्षित जी* ने स्वाधीनता दिवस पर अनुपम रचना प्रस्तुत की।
इलाहाबाद से पधारे *आ० प्रभांशु कुमार "प्राच्य"जी* की प्रस्तुति को भी दर्शकों ने खूब सराहा।
उत्तराखंड की भूमि  रानीखेत के ख्याति प्राप्त कवि *आ०भुवन विष्ट जी*
महाराष्ट्र मुम्बई की प्रतिष्ठित कवियत्री *आ० रवि रश्मि "अनुभूति"जी* की अप्रतिम देशभक्ति से ओत-प्रोत रचना।
बिहार सीवान से पधारे *आ०शशि रंजन शर्मा "मुन्टुन" जी* बहुत सुंदर रचना प्रस्तुत की।
कैलाशवासी भगवान शंकर की नगरी वाराणसी उ०प्र० से *डॉ०नसीमा निशा जी* की देशभक्ति सृजन खूब सराहा गया।
बिहार खगडिया से पधारी स्वर कोकिला *आ०श्वेता साक्षी "स्वराक्षी स्वरा" जी* ने श्रोताओं को मुग्ध कर खूब तालियां पायी।
असम के तिनसुकिया से कान्हा की दीवानी स्वर-साम्राज्ञी *आ०इन्दु शर्मा "शचि" जी ने देशभक्ति के भावों से भरी रचना प्रस्तुत की और श्रोताओं की वाहवाही लूटी।
इसी के साथ अनुपम अद्भुत संचालन पूर्ण कर *अलंकरण प्रमुख आ०सुमित शर्मा "पीयूष" जी* संचालन कार्य मुक्त होते हुए भार नवयुवा *ओजस्वी कवि आ० नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत" जी* के सशक्त कंधों को सौंपा। आते ही आपने अपने ओजमय मधुर शब्दों से ..
देवो के देव महादेव की पावन नगरी वाराणसी, उत्तर प्रदेश से मंच पर विराजमान *कवियत्री आ० डॉ. रजनी अग्रवाल "वाग्देवी रत्ना" जी* ने कोकिलकंठ से देशभक्ति की अनुपम रचना देकर खूब सराहना पायी।
जौनपुर उ०प्र० से ...*आ०डॉ०सर्वेशानन्द "सर्वेश" जी* की लाजवाब प्रस्तुति
औरैया उत्तर प्रदेश से.... *आ० राकेश राज "पार्थ" जी* अति अनुपम प्रस्तुति
मिर्जापुर उत्तर प्रदेश से ...  *आ०गगन उपाध्याय "नैना" जी*  लाजबाब प्रस्तुति
वैशाली बिहार से *आ०साधना कृष्ण जी*  मनमोहक प्रस्तुति
ललितपुर उत्तर प्रदेश .. से .. *आ० शिवानंद बंजारा जी* अप्रतिम अद्भुत प्रस्तुति
पटना बिहार से .... *आ० पं ०सुमित शर्मा पीयूष जी* देशभक्ति की अनुठी रचना
इलाहाबाद उत्तर प्रदेश से..  *आ०डा० राहुल शुक्ल "साहिल"जी* आप सभी की रचनाओं ने श्रोताओं को तालियां बजाने वाह वाह करने के लिए विवश कर दिया दर्शकदीर्घा में करतलध्वनि की गूंज लगातार होती रही जो आपकी सशक्त सृजन क्षमता का द्योतकमानी जायेगी।

जय जय

क्रमशः.........आपका
कौशल कुमार पाण्डेय "आस"बीसलपुरी।

Wednesday, August 15, 2018

जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन







*वीरपुञ्जों के नाम एक संध्या कार्यक्रम की समीक्षा*

आज स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन के प्रतिभागियों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियाँ देकर साहित्य का तिरंगा फहराया है । पटल आपकी लेखनी व स्वर साधना से गौरवान्वित है । आज के संचालन त्रय आदरणीय सुमित शर्मा पियूष जी तथा आदरणीय प्रवीण जी और आदरणीय नीतेन्द्र सिंह परमार जी ने संचालन में चार चाँद लगा दिए । पटल परिवार आपकी साहित्य साधना हेतु कोटि कोटि बधाईयाँ तथा हार्दिक शुभकामनाएँ ज्ञापित करता है|


आप सभी को कोटि कोटि बधाई एवं शुभकामनाएँ

*(1) आ० शीतल प्रसाद बोपचे जी,*
बालाघाट, म० प्र०

*(2) आ० विश्वेश्वर शास्त्री 'विशेष' जी*
हमीरपुर, उ० प्र०

*(3) आ० डॉ० लियाकत अली 'जलज'  जी*
वाराणसी, उ० प्र•

*(4) आ० नीतेन्द्र सिंह परमार 'भारत' जी*
छतरपुर, म०प्र०

*(5) आ० सुशीला धस्माना मुस्कान जी*
बरेली, उ० प्र०

*(6) आ० बिजेन्द्र सिंह सरल* मैनपुरी उत्तर प्रदेश

*(7) आ० एस० के० कपूर 'श्रीहंस' जी*
बरेली उ० प्र०

 *(8) आ० ममता सिंह राठौर 'मीत' जी*
 गुड़गाँव, हरियाणा

*(9) आ० शिवम दीक्षित 'दादा' जी*
कानपुर, उ० प्र०

*(10) आ० सुशीला जोशी जी*
मुजफ्फरनगर, उ० प्र०

*(11) आ० प्रशान्त कुमार दीक्षित जी*
देवरिया, उ० प्र०

*(12) आ० प्रभांशु कुमार 'प्राच्य' जी*
इलाहाबाद, उ० प्र०

*(13) आ० भुवन बिष्ट जी*
रानीखेत, उत्तराखंड

*(14) आ० रवि रश्मि अनुभूति जी*
मुम्बई, महाराष्ट्र

*(15) आ० शशिरंजन शर्मा मुन्टुन जी*
सीवान, बिहार

*(16) आ० डॉ० नसीमा निशा जी*
वाराणसी, उ० प्र०

*(17) आ० श्वेता साक्षी जी*
खगड़िया, बिहार

*(18) आ० इन्दु शर्मा शचि जी*
तिनसुकिया, असम


*(19) आ० डॉ० रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'*
वाराणसी उ० प्र०

*(20) आ० डॉ० सर्वेशानन्द सर्वेश जी*
जौनपुर, उ०प्र०

*(21) आ० राकेश राज पार्थ जी*
औरैया, उ०प्र०

*(22) आ० गगन उपाध्याय नैना जी*
मिर्जापुर, उ० प्र०

*(23) आ० साधना कृष्ण जी*
वैशाली, बिहार

 *(24) आ० शिवानन्द बंजारा जी*
ललितपुर, उ० प्र०

 *(25) आ० पं० सुमित शर्मा 'पीयूष' जी*
पटना, बिहार

 *(26) डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल' जी*
इलाहाबाद, उ० प्र०

 *(27) आ० कौशल कुमार पाण्डेय 'आस' जी*
बीसलपुर, पीलीभीत, उ० प्र०

 *(28) आ० दिलीप कुमार पाठक 'सरस' जी*
बीसलपुर, पीलीभीत, उ० प्र०

*(29) आ० हिमांशु पाण्डेय "मौलिक" जी*
इलाहाबाद उ० प्र०

*(30) आ० बृजमोहन साथी जी*
डबरा ग्वालियर म०प्र०

*(31) आ० नित्यानन्द पाण्डेय 'मधुर' जी*
अहमदाबाद गुजरात

*(32) आ० मीनाक्षी पारिक जी {मुख्य अतिथि}*

*(33) आ० अनिल कुमार गुप्ता* अक्षर जी

_आयोजक ~ जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति पंजी० २२६ बीसलपुर, पीलीभीत_

सभी सम्मानित मनीषियों, सुसाहित्यकारों, अग्रज अनुजों सहित पटल परिवार समस्त सदस्यों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! आप सभी के सहयोग ने आज की संध्या को पावन बनाया है, समिति आप सभी को धन्यवाद देती है|


                     *~बिजेन्द्र सिंह सरल*


स्वतंत्रता दिवस














आज 15/08/2018 को स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसारी में आ0:- प्राचार्य महोदय के आदेश पर गया। और व्हाइट सम्मान हुआ। साथ ही काव्यपाठ करने का सुअवसर प्राप्त हुआ। कार्यक्रम अध्यक्ष आ0:- त्रिलोक सिंह बसारी दिवान साहब।सभी ने बड़े धूमधाम के साथ स्वतंत्रता दिवस मनाया।सभी ने हौसला अफजाई किया और सभी शिक्षकों का आशीर्वाद मिला।

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )

Monday, August 13, 2018

अखिल भारतीय ऑनलाइन कवि सम्मेलन









*अखिल भारतीय भव्य आनलाइन काव्य सम्मेलन 15 अगस्त 2018* 

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   _सायंकाल 4: 00 बजे से समाप्ति तक_

*कार्यक्रम संचालक~*


1- आ0 भावना प्रवीन सिंह जी

2- आ0 सुमित शर्मा पीयूष जी

3- आ0 नीतेन्द्र सिंह परमार भारत जी

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कार्यक्रम संरक्षक ~आ० बिजेन्द्र सिंह सरल जी
कार्यक्रम अध्यक्ष ~आ० सुशीला धस्माना मुस्कान जी
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ~आ० मीनाक्षी पारिक जी
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ~ आ0 लियाकत अली 'जलज' जी

🌹🙏🏻🌹☘🍃🙏🙏🙏☘🍃🙏

*3:50 पर ~ संचालक एवं अन्य प्रतिभागियों की उपस्थिति*
*4:00 बजे से 4:10 तक ~* सरस्वती चित्र पटलार्पित एवं जनचेतना लोगो प्रेषण ~
सरस्वती वन्दना ~
स्वागत गीत~ स्वर - भावना प्रवीन सिंह जी

🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
*_वीरपुञ्जों के नाम ओजस्वी शाम_*
_प्रतिभागियों का समयानुसार कार्यक्रम~_

4:12 पर~
*(1) आ० शीतल प्रसाद बोपचे जी,*
बालाघाट, म० प्र०

4:20 पर~
*(2) आ० विश्वेश्वर शास्त्री 'विशेष' जी*
हमीरपुर, उ० प्र०

4:30 पर~
*(3) आ० डॉ० लियाकत अली 'जलज'  जी*
वाराणसी, उ० प्र०

4:40 पर~
*(4) आ० नीतेन्द्र सिंह परमार 'भारत' जी*
छतरपुर, म०प्र०

4:50 पर~
*(5) आ० सुशीला धस्माना मुस्कान जी*
बरेली, उ० प्र०

5:00 बजे ~
*(6) आ० बिजेन्द्र सिंह सरल जी*
मैनपुरी, उ० प्र०

5:10 पर~
*(7) आ० एस० के० कपूर 'श्रीहंस' जी*
बरेली उ० प्र०

5:20 पर~
 *(8) आ० ममता सिंह राठौर 'मीत' जी*
 गुड़गाँव, हरियाणा

5:30 पर~
*(9) आ० शिवम दीक्षित 'दादा' जी*
कानपुर, उ० प्र०
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

5:40 पर~
*(10) आ० सुशीला जोशी जी*
मुजफ्फरनगर, उ० प्र०

5:50 पर~
*(11) आ० प्रशान्त कुमार दीक्षित जी*
देवरिया, उ० प्र०

6:00 बजे~
*(12) आ० प्रभांशु कुमार 'प्राच्य' जी*
इलाहाबाद, उ० प्र०

6:10 पर~
*(13) आ० भुवन बिष्ट जी*
रानीखेत, उत्तराखंड

6:20 पर~
*(14) आ० रवि रश्मि अनुभूति जी*
मुम्बई, महाराष्ट्र

6:30 पर~
*(15) आ० शशिरंजन शर्मा मुन्टुन जी*
सीवान, बिहार

6:40 पर~
*(16) आ० डॉ० नसीमा निशा जी*
वाराणसी, उ० प्र०

6:50 पर~
*(17) आ० श्वेता साक्षी जी*
खगड़िया, बिहार

7:00 बजे~
*(18) आ० इन्दु शर्मा शचि जी*
तिनसुकिया, असम
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

7:10 पर~
*(19) आ० डॉ० रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'*
वाराणसी उ० प्र०

7:20 पर~
*(20) आ० डॉ० सर्वेशानन्द सर्वेश जी*
जौनपुर, उ०प्र०

7:30 पर~
*(21) आ० राकेश राज पार्थ जी*
औरैया, उ०प्र०

7:40 पर~
*(22) आ० गगन उपाध्याय नैना जी*
मिर्जापुर, उ० प्र०

7:50 पर~
*(23) आ० साधना कृष्ण जी*
वैशाली, बिहार

8:00 बजे~
 *(24) आ० शिवानन्द बंजारा जी*
ललितपुर, उ० प्र०

8:10 पर~
 *(25) आ० पं० सुमित शर्मा 'पीयूष' जी*
पटना, बिहार

8:20 पर~
 *(26) डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल' जी*
इलाहाबाद, उ० प्र०

8:30 पर~
 *(27) आ० कौशल कुमार पाण्डेय 'आस' जी*
बीसलपुर, पीलीभीत, उ० प्र०

8:40 पर~
 *(28) आ० दिलीप कुमार पाठक 'सरस' जी*
बीसलपुर, पीलीभीत, उ० प्र०

*9:00 बजे ~ कार्यक्रम समीक्षा ~*
आ० बिजेन्द्र सिंह 'सरल' जी
आ० शैलेन्द्र खरे 'सोम' जी
आ० भगत सहिष्णु जी

_आयोजक ~ जनचेतना साहित्यिक सांस्कृतिक समिति पंजी० २२६ बीसलपुर, पीलीभीत_



Sunday, August 12, 2018

नर्सिंग छात्र संगठन लखनऊ ( उ.प्र. )





उत्तर प्रदेश लखनऊ-
         प्रदेश में हो रहे स्टाफ नर्स का शोषण  और भ्रष्टाचार के खिलाफ संगोष्ठी का आयोजन किया गया, नर्सिंग छात्र संगठन की बैठक का अध्यक्षता माननीय दुर्गेश प्रजापति जी (प्रदेश उपाध्यक्ष) एवं प्रदीप शर्मा जी  (जिलाध्यक्ष लखनऊ )ने किया और संगठन के माननीय शुभम त्रिपाठी जी (राष्टीय कार्यकरिणी) एवं मोनेश शर्मा जी (प्रदेश अध्यक्ष) ने माननीय गोपाल पाराशर जी  (राष्टीय अध्यक्ष) एवं माननीय रविकेश शाक्य जी को  (राष्टीय उपाध्यक्ष) जो को माला पहनाकर स्वागत किया और संगठन के राष्टीय अध्यक्ष जी ने सभी पदाधिकारियों को एवं सभी नर्सिंग छात्र एवं नर्सिंग स्टाफ को  कई मुद्दों पर बात किये की स्टाफ नर्स की सेलरी सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार आदेश की अवहेलना कर सरकार के वायदा खिलाफी के खिलाफ रही ।
प्रदेश के निजी चिकित्सालयों में बिना डिग्री डिप्लोमा के स्टाफ स्टाफ नर्स को रखना क़ानूनी अपराध है,जिसका निजी चिकित्सालयों द्वारा अवहेलना की जा रही है ।
ऐसे चिकित्सालयों पर जल्द से जल्द कठोर कार्यवाही किया जाये यदि सरकार ऐसा नही कर रही है  तो नर्सिंग छात्र संगठन एक बड़े स्तर पर आंदोलन करने की तैयारी कर ली गयी है और जल्द ही आंदोलन किया जायेगा कार्यक्रम में उपस्थित जगन्नाथ पाल कोषाध्यक्ष लखनऊ ,ज़िला प्रभारी अभय शुक्ल तथा राज मिश्रा एवं प्रदेश के  पदाधिकारी तथा नर्सिंग छात्र एवं छात्रएं। ,नर्सिंग स्टाफ  आदि कई लोगों की संख्या में सरदार बल्लभ भाई पटेल की पार्क हजरत गंज में उपास्थित रहे |




        नीतेन्द्र सिंह परमार
         प्रदेश महा सचिव
नर्सिंग छात्र संगठन छतरपुर मध्यप्रदेश

Saturday, August 11, 2018

आ0:- अनंत पाल तोमर








नमस्कार मित्रो
          आज हमारे विषय  "वर्तमान साहित्य एवम साहित्यकार" का 17 वॉ दिन है | आज फिर हम उपस्थित हैं एक साहित्यकार के साथ  |
मित्रो आज जिस साहित्यकार का चयन मैंने किया है वह अपने पूरे जीवन भर स्व आनन्द के लिए साहित्य सृजन करता रहा है या फिर यूं कहें यह साहित्यकार मंचों की चमक दमक  से दूर हटकर अपनी साहित्य साधना में रत था | आइये मिलते हैं उस साहित्यकार   से |
         
           (  कवि परिचय )
नाम-: अनंगपाल तोमर
जन्म तिथि-: 14/07/1949
जन्म स्थान-: ग्राम- क्यारा, जनपद- बरेली( उ०प्र०)
वर्तमान निवास-: मो० पटेल नगर, सिविल लाइन्स, बदायूं (उ०प्र०)
दूरभाष-: 9319906232
कार्य-: शिक्षक (सेवानिवृत)
           
       मित्रो बरेली जनपद में जन्में श्री अनंगपाल तोमर हिन्दी साहित्य की अमूल्य निधि हैं | अपने युवाकाल से ही प्रतिभावान रहे श्री तोमर जी साहित्यिक धरा के अमिट हस्ताक्षर हैं | उन्होंने जीवन में बहुत संघर्ष किया परन्तु कभी हार नहीं मानीं और अन्तत: सफल हुए |  उन्हें जनपद बदायूं में  शिक्षक के पद पर नियक्ति मिली और वे बदायूं में ही निवास बनाकर रहने लगे उन्होंने अपना साहित्यिक जीवन  सन  1973 से आरम्भ कर था दिया | प्रारम्भ में उन्होंने छोटी छोटी कवितायें व पैरोडी लिखीं और बाद में वे दोहा, सोरठा, सवैया, मुकरियॉ, कण्डलियॉ और घनाक्षरी लिखने लगे और उनमें सुन्दर हास्य व्यंग परोसने लगे |
उनका एक बहुत प्रसिद्ध सवैया मुझे याद आता है------
-- जो पशु होंऊं तौ बुलडाग बनौ ,
बैठौं काहू कार मैं पूंछ   निकारे |

उन्होंने हास्य और व्यंग के माध्यम से  समाज में ब्याप्त भ्रष्टाचार, अत्याचार और अनाचार पर कड़ा प्रहार किया | तोमर जी की कुण्डलियॉ और सवैया भाषा और व्याकरण की दृष्टि से श्रेष्ठ हैं | सम सामायिक विषयों पर उनके सवैया और कुण्डलियॉ श्रोताओं को बहुत पसन्द आती हैं |
उन्होंने विलुप्त होती जा रही विधा " मुकरी " पर विशेष ध्यान दिया है जो एक सराहनीय कार्य है |
तोमर जी से मेरी भेंट बहुत समय पहले से थी परन्तु मैं सन  2007 में उन्हें मंचों पर लाने में सफल हुआ |    जब श्रोताओं ने उन्हें सुना तो उन्हें असीम आनन्द की अनुभूति हुई |
एक सफल रचनाकार के साथ साथ वे एक सभ्य एवम शालीन व्यक्तित्व के धनी हैं |
 मैं श्री अनंगपाल तोमर जी के अविरल  साहित्यिक जीवन व लम्बी आयु की कामना करता हूं |

          (  प्रस्तुति )
   प्रो० आनन्द मिश्र अधीर
कवि ,संयोजक, संचालक
       एवम समीक्षक
स्वर दूत -: 9927590320
              8077530905

Thursday, August 9, 2018

आ0:- कमल कान्त तिवारी






सभी मित्रों को एक बार पुन: कवि,संयोजक एवम समीक्षक प्रो० आनन्द मिश्र अधीर का नमस्कार स्वीकार हो //
         मित्रो आओ आज फिर मिलें एक सुकवि से और जाने उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को जिन्हें हम जानते हैं कवि "कमल कान्त तिवारी" के नाम से //
 नाम - कमल कान्त तिवारी
जन्म स्थान- कटरा- सआदतगंज ,जनपद बदायूं (उ०प्र०)
जन्म तिथि- १०-७-१९७७
कार्य - प्रताप हास्पीटल बरेली ( मैनेजमेन्ट डिपार्ट)
           
              मित्रो जनपद बदायूं की सीमा  पर पावन गंगा नदी के तीर विश्व प्रसिद्ध एक गॉव है जिसे हम कटरा सआदतगंज के नाम से जानते हैं /
                 मित्रों गंगा की कटरी में बसे इस गॉव में कुछ समय पहले तक जहॉ दूर -दूर तक कोई आवागमन का  समुचित साधन नहीं था  और न ही शिक्षा का कोई साधन, बहॉ पर साहित्य का एक लाड़ला लाल पैदा हुआ कवि कमल कान्त तिवारी /
            प्रारम्भिक शिक्षा गॉव में पाप्त करने के बाद वे चन्दौसी के एस एम कालेज चले गये और शेष शिक्षा बहॉ प्रात की /
               तिवारी जी का साहित्यिक जीवन सन २००७ से प्रारम्भ हुआ /
     सन २००८ में उन्होंने कटरा सआदतगंज में एक साहित्यिक संस्था बनाकर पहला कवि सम्मेलन किया और अपने साहित्यिक जीवन का आरम्भ किया /
   उनके साहित्यिक जीवन से प्रभावित होकर कटरा सआदतगंज के निवासियों ने उनकी पत्नी श्रीमती बबली शर्मा को सन २००८ में गॉव के प्रधान पद पर आसीन किया /
     तिवारी जी मूलत: ओज के कवि हैं परन्तु उनके ओज में श्रंगार का पुट श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर देता है  /
   कमल कान्त तिवारी देश के अनेकों अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनबा चुके हैं /
     उनकी खड़ी बोली में लिखी हुईं ओजपूर्ण कवितायें साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं / उनकी भाषा सरल ,सरस व हृदयस्पर्शी है /
     तिवारी जी यूं ही साहित्य में निरन्तर नित नये आयाम गढ़ते रहें ऐसी मेरी अभ्रम  आशा है/
  मैं उन्हें हृदय की असीम गहराइयों से साधुवाद देता हूं तथा उनके सुखद साहित्यिक जीवन की मॉ वीणापाणि से कामना करता हूं //

                प्रस्तुति
      प्रो० आनन्द मिश्र अधीर

( चित्र - कमल कान्त तिवारी)

आ0:- पंकज शर्मा





नमस्कार मित्रों
  आइये आज फिर जुड़ते हैं एक कवि के साथ अपने  पूर्व निर्धारित विषय " वर्तमान साहित्य एवम साहित्यकार " में //
           मित्रो आज मैं  बदायूं की मिट्टी के ऐसे लाल से आपको  रूबरू कराता हूं जिसने बदायूं का नाम पूरे हिन्दुस्तान में रोशन किया है, बदायूं के उस लाड़ले लाल का नाम है ( पंकज शर्मा ) //

   परिचय------
नाम - पंकज शर्मा
जन्म स्थान - बिसौली ,जनपद बदायूं, (उ०प्र०)
कार्य एवम कार्य क्षेत्र -- एसोसिएट एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर (आज तक) टी वी चैनल ,दिल्ली
   
मित्रो बदायूं जिला मुख्यालय से ४५ किमी दूर  तहसील बिसौली मे जन्में श्री पंकज शर्मा जी हिन्दी के प्रति समर्पण भाव से क्रियाशील हैं /
       प्रारम्भिक शिक्षा बिसौली में प्राप्त करने के बाद पंकज जी उच्च शिक्षा के लिए बरेली चले गये /
साहित्य के प्रति रुचि उनमें बचपन से थी अपने विद्यालयी जीवन में पंकज जी स्वतंत्रता दिवस ,गणतंत्र दिवस आदि महोत्सबों पर विद्यालय में कविता  लिखकर सुनाया करते थे /
        समय गुजरता गया और उनकी प्रतिभा उत्तरोत्तर निखरती गयी /
    इधर शिक्षा पूरी हुई ,उधर उन्हें दूरदर्शन में कार्य करने का अवसर प्राप्त हुआ, ४ वर्ष तक दूरदर्शन में रहे  
दूरदर्शन में उनका कार्यक्रम सुवह सवेरे सराहनीय रहा /
उसके बाद २ वर्ष इण्डिया टी वी चैनल में रहे/
पिछले १२ वर्षों से पंकज जी अनवरत सुप्रसिद्ध टी वी चैनल  आज तक में हैं //
  आज तक चैनल पर उनका कार्यक्रम So, Sorry बहुत प्रशंसनीय रहा और उन्हें चाहने बालों की एक लम्बी कतार खड़ी हो गयी /
         पंकज जी के गीतों में प्रकृति चित्रण का मनोहारी चित्रण है , ऑचलिक शब्दों का प्रयोग गीतों को समृद्धशाली बनाता है तथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करता है //
  उनकी एक पुस्तक (चॉद तुम गवाह रहना) प्रकाशित हो चुकी है तथा तीन अन्य पुस्तकें प्रकाशनार्थ तैयार हैं //
           हम बदायूं का गौरव बढ़ाने बाले पंकज शर्मा जी के साहित्य एवम रचनाधर्मिता की हृदय से प्रशंसा करते हैं तथा उनके गरिमामयी  भविष्य की कामना करते हैं //
                    
  
 प्रस्तुति
       प्रो० आनन्द मिश्र अधीर


आ0:- अरविन्द कुमार शर्मा "धवल"






दोस्तो  "वर्तमान साहित्य एवम साहित्यकार" में आज मिलते हैं डॉ अरविन्द "धवल" जी से //

नाम- अरविन्द कुमार  शर्मा "धवल"
कार्य - चिकित्सक
जन्म स्थान- म्याऊं दातागंज बदायूं (उ०प्र०)
वर्तमान निवास एवम कर्मभूमि- बदायूं
             मित्रो अद्भुत प्रतिभा के धनी, बदायूं के वरिष्ठ साहित्यकारों में शुमार, नई पीढ़ी के कुशल मार्गदर्शक श्री अरविन्द धवल जी ने साहित्य वट वृक्ष को नित नये आयाम दिये हैं/ मैं अकिंचन उनके विषय में क्या लिख सकता हूं /
दोस्तो धवल जी को साहित्यिक पर्यावरण  विरासत में मिला /
आपके पिता व नाना साहित्यिक सम्पदा के धनी थे/  और धवल जी पर वचपन से उनका प्रभाव रहा /
   जहॉ तक साहित्य की बात करें तो धवल जी ने  सामाजिक ,राजनीतिक, पारिवारिक एवम सम सामायिक विषयों पर अपनी लेखनी को चलाया और सफल साहित्य समाज को परोसा //
               गीत, गज़ल, मुक्तक ,घनाक्षरी आदि विधाओं पर उनकी मजबूत पकड़ है /
  हिन्दी गज़ल को धवल जी ने नयी ऊर्जा प्रदान की /
धवल जी का शब्द संयोजन अत्यन्त प्रभावी है तथा भाषा अलंकारिक है //
वर्तमान में वे बदायूं की सुप्रसिद्ध साहित्यिक संस्था स्मृति वन्दन के उपाध्यक्ष पद पर आसीन हैं तथा संस्था को नित नई ऊर्जा दे रहे हैं /
 हम धवल जी के साहित्यिक जीवन का सम्मान करते हैं तथा  उनके सुखद भविष्य की कामना करते हैं //
                           
 
      प्रो० आनन्द मिश्र अधीर
          कवि एवम संयोजक



आ0:- चंद्रपाल सिंह " सरल " जी






"वर्तमान हिन्दी साहित्य एवम साहित्यकार" विषय में आज मिलिए वरिष्ठ साहित्यकार दादा चन्द्रपाल सरल से //
       
      मित्रो साहित्य का एक ऐसा पुरोद्धा जो तीन दशक तक स्वयं के आनन्द के लिए साहित्य रचना करता रहा , यूं कहें कि मंचों से जिसकी ना चाहते हुए दूरी बनी रही उस साहित्यकार का नाम है चन्द्रपाल "सरल" /
परिचय ---
नाम - चन्द्रपाल सिंह यादव "सरल"
कार्य - वकालत
जन्म - ग्राम -कलाकन्द ,दातागंज बदायूं (उ०प्र०)
वर्तमान निवास - डी एम रोड बदायूं
   मित्रों सरल जी नाम ,काम एवम व्यवहार तीनों में सरल हैं/
उनकी रचनायें ग्रामीण परिवेष से युक्त हैं
सरल जी ने गॉव के जीवन का सचित्र वर्णन अपने गीतों में किया है/
गीत ,गजल और मुक्तक उनकी विधायें हैं /
उनकी रचनाओं का भावपक्ष एवम कलापक्ष दोनों अति उत्तम हैं /
सरल जी ने सदा सबको एक सूत्र में बांधने का सफल प्रयास किया और अपने से छोटो को भरपूर स्नेह दिया/
  वर्तमान में वे बदायूं की सुप्रसिद्ध साहित्यिक संस्था स्मृति वन्दन के अध्यक्ष हैं ,और उसे पुष्पित व पल्लवित कर रहे हैं //
       हम सरल जी के साहित्य की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं तथा उनकी लम्बी साहित्यिक आयु की कामना करते हैं //

        प्रो० आनन्द मिश्र अधीर


Wednesday, August 8, 2018

आकाशवाणी छतरपुर मध्यप्रदेश






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_बड़े ही हर्ष के साथ सभी साहित्यकार मित्रों एवं अन्य गुणिजनों को यह बताना चाहता हूँ कि आज दिनांक 08/08/2018 को छतरपुर म० प्र० में  आकाशवाणी पर एक काव्य गोष्ठी की रिकॉर्डिंग का आयोजन सम्पन्न हुआ |_
             
              जिसका संचालन हमारे आदरणीय भाईसाहब अभिषेक अरजरिया जी ने किया | साथ ही युवा गीतकार उन्नाव उ० प्र० के आ० स्वयं श्रीवास्तव जी, झाँसी उ० प्र० के आ० अर्पित बाजपेई जी (ओज कवि),  बीना म० प्र० से युवा कवियत्री आ० निधि दीदी जी, और छतरपुर म० प्र० से सभी के चहेते आ० नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत" जी उपस्थिति रहे| सभी ने अपना काव्यपाठ अद्भुत एवं अविस्मरणीय स्वरों के साथ किया, जिसकी प्रतिध्वनि हमारे हृदय पटल पर लम्बे समय तक गुंजायमान रहेगी|

          कार्यक्रम प्रसारण की सूचना अतिशीघ्र ही आपको मिल जायेगी। किसी न किसी माध्यम सें जरूर सुने|

 © नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"
   छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )
   सम्पर्क :- 8109643725

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तिरंगा



*कुंडलिया*

🇮🇳तिरंगा🇮🇳

(१)
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
केसरिया जो रंग  है, करता  शौर्य  बखान|
धरती अम्बर चांद पर,दिखती इसकी शान||
दिखती इसकी शान,गूंजती  चहुँदिश गाथा|
प्रेरित करता नित्य,हिमालय  सा हर माथा||
कहे दिव्य हरषाय,ओज की सुन बाँसुरिया|
धन्य  भारती  मातु,  पुत्र  ओढ़े  केसरिया||

(२)
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सादा जीवन  सब  जिये, रहे न कोई भेद|
प्रेम  करो  हर  धर्म से, कहता रंग सफेद||
कहता  रंग  सफेद,राष्ट्र  के  प्रति सच्चाई|
रखो  समर्पण  भाव, भावना  हो न पराई||
कहे दिव्य कर जोड़,नेक  हो मीत  इरादा|
देता पल  संदेश ,भाव शुचि जीवन सादा||

(३)
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
हरियाली  हर  पल   रहे, धरती  का  श्रृंगार|
जीव जंतु विचरण करे,निश्छल अपना प्यार||
निश्छल अपना प्यार,प्रथम  पूजन धरती का|
हमीं बने आधार, सार  हर  पल  जगती  का||
कहे दिव्य कर जोड़,शहद भरदे  हर  प्याली|
हरा  रंग  समझाय ,देश  में  रख  हरियाली||

(४)
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
खुश  रहने के  बिंदु दो, जीवन   कारण चार।
राजतन्त्र के आठ गुण,दस  जीवन व्यवहार।।
दस जीवन व्यवहार,सदा सबको सिखलाता।
रेखाएं   चौबीस,   चक्र    पूरा   हो   जाता।।
कहें  दिव्य  सच  बात ,यही  मोती  गहने के।
करिये मिलकर यत्न,सभी जन खुश रहने के।।

(५)
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
डोरी  यक  गठ जोड़  सम ,डंडा है  आधार|
यक खूँटी से हम  बँधे, यही  हमारा  प्यार||
यही  हमारा  प्यार ,निभाना  परिपाटी  को|
अपनी मातु समान ,पूजिये  इस  माटी को||
दिव्य झुकाये शीश, विनय करता करजोरी।
सबको   राखे  संग ,प्रेम  की  पावन  डोरी||

~जितेन्द्र चौहान "दिव्य"

Monday, August 6, 2018

भारतीय /वीरांगना

ताटंक छंद

सिर पर हैं आशीष हमारे,छत्रसाल से वीरों का।
भगतसिंह चंद्रशेखर जैसे,सावरकर रणधीरो का।।

जीत दिलाई भारत माँ को,तन मन धन सब बारा हैं।
नैनो से ही घालय करते,ब्रिटिश हुकूमत हारा हैं।।


प्रथ्वी राज वीर को देखो,बिन आँखे के मारा था।
गिर सुल्तान तब धरती पर,मोमिन दल चकराया था।।


लक्ष्मी बाई बन महारानी,झांसी राज चलाया था।
सुनो अंतिम घड़ी में उसने,सुत दामोदर पाया था।।


पन्ना धाय सी माता ये,सन्मुख कहा दिखाती हैं।
अपना बेटा कुर्बा करके,निशदिन पूजा जाती हैं।।

सरहद व दीवारे वट गई,भाई तक को वाटा हैं।
आज हमारी एकता के सिर,मुह पर मारा चाटा हैं।।

याद करो तुम युवा देश के,यह कैसी परिपाटी हैं।
भूल गये हो लगता हमको,यह बुन्देली माटी हैं।।


- नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725








प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं वार्षिकोत्सव मनाया गया।

दिनांक 30/11/2024 को प्रयागराज संगम की पावन नगरी में साहित्यिक क्षेत्र में सुप्रसिद्ध संगठन "विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत" का छठवाॅं ...