*विषय~स्वतंत्रता पर्व पर कविसम्मेलन के संस्मरण*
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*जय जय चित्रशाला में १५अगस्त२०१८को स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर आयोजित अखिल भारतीय आनलाइन काव्यसम्मेलन सायंकाल ४:०० बजे आरम्भ होना निश्चित था अतः समस्त साहित्यकार नियत समय से उपस्थित हो गये थे।* संचालकगणों ३:५० बजे ही अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर दी और कार्यक्रम की रुपरेखा तैयार कर ली।
पूर्व कार्यक्रमानुसार ४:००बजे *कार्यक्रम संरक्षक~ आ0बिजेन्द्र सिंह सरल जी*
*अध्यक्ष ~ आ0सुशीला धस्माना "मुस्कान" जी*
*मुख्य अतिथि ~आ0मीनाक्षी पारिक जी*
*विशिष्ट अतिथि ~आ0डॉ0लियाकत अली "जलज" जी*
एवं समस्त साहित्यकार बन्धु मंच पर उपस्थित हो चुके थे।
सर्वप्रथम माँ वागीश्वरी के चित्र के अनावरण पूजन आराधन एवं दीप प्रज्जवलन के साथ वाणीवंदना की मधुरिम ध्वनि *आ0 इन्दु शर्मा "शचि" जी* की गुंजरित हुई जिसने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर लिया।वंदना की पूर्णता के साथ मनोहारी लहकते हुए स्वर में *आ0 भावना प्रवीण सिंह जी* के स्वर ने स्वागत गीत की शानदार प्रस्तुति हुई जिसका अनंत करतल ध्वनि से सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन *आ0 भावना प्रवीण सिंह जी* ,
*आ0 सुमित शर्मा "पीयूष" जी*
एवं
*आ0नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत" जी*
द्वारा क्रम से किया गया।इन सभी संचालकों के संचालन की प्रशंसा जितनी भी की जाये कम ही है क्योंकि आप सभी ने श्रोताओं को मौका मिलते ही खूब गुदगुदाया और खूब तालियां बटोरीं आप सभी संचालक बधाई के पात्र हैं क्योंकि कार्यक्रम के सफलता में संचालकों का विशेष सहयोग रहा।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर
*एक शाम - वीरपुंजों के नाम*
कार्यक्रम को सार्थक करती हुई ओजपूर्ण लाजवाब रचना सर्वप्रथम *आ० शीतल प्रसाद बोपचे जी* लेकर आये वाह वाह कमाल की प्रस्तुति श्रोताओं की तालियों की गड़गड़ाहट लगातार गूंजती रही वातावरण ओज से भर उठा।इसके उपरांत *आ० विश्वेश्वर शास्त्री"विशेष" जी* ने गड़गडाहट भरे वातावरण में अपनी रचना पेश की तो श्रोताओं का जोश देखते ही बनता था। फिर संचालक आ०भावना प्रवीण सिंह जी ने आवाह्न किया *बाबा विश्वनाथ की नगरी से पधारे डॉ०लियाकत अली "जलज" जी* का अति कोमलमधुरता लिए हृदयग्राही स्वर ने मनमोह लिया आपकी रचना खूब सराही गयी। *रानी लक्ष्मीबाई की भूमि झांसी के छतरपुर से आये आ०नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत"जी* अपनी रसभरी ओजमय वाणी से श्रोताओं को भावविभोर कर खूब सराहना औऱ तालियां पायी।
*अभिनव कवियत्री आ०सुशीला धस्माना "मुसकान"जी* की अद्भुत रचना
*आ०बिजेन्द्र सिंह "सरल" जी* का अद्वितीय सृजन
*आ०एस.के.कपूर "श्रीसंह" जी* के लाजवाब मुक्तक
*आ०ममता सिंह राठौर "मीत"जी* को मनमोहक गीत
*आ०शिवम दीक्षित "दादा"जी* सभी ने दर्शक दीर्घा का तालियों से खूब सराहना औऱ प्रशंसा प्राप्त की।इसी के साथ *अनुशासन प्रमुख आ०भावना प्रवीण सिंह जी* ने संचालन भार अगले तेजतर्रार *अलंकरण प्रमुख आ०सुमित शर्मा"पीयूष"जी* को सौपा। संचालन भार ग्रहण करते ही गीतकार *आ०सुशीला जोशी जी* को मंचासीन होने का निमंत्रण अपने अनोखे अंदाज में कर श्रोताओं की खूब वाहवाही लूटी। उत्तर प्रदेश देवरिया से *आ० प्रशान्त कुमार दीक्षित जी* ने स्वाधीनता दिवस पर अनुपम रचना प्रस्तुत की।
इलाहाबाद से पधारे *आ० प्रभांशु कुमार "प्राच्य"जी* की प्रस्तुति को भी दर्शकों ने खूब सराहा।
उत्तराखंड की भूमि रानीखेत के ख्याति प्राप्त कवि *आ०भुवन विष्ट जी*
महाराष्ट्र मुम्बई की प्रतिष्ठित कवियत्री *आ० रवि रश्मि "अनुभूति"जी* की अप्रतिम देशभक्ति से ओत-प्रोत रचना।
बिहार सीवान से पधारे *आ०शशि रंजन शर्मा "मुन्टुन" जी* बहुत सुंदर रचना प्रस्तुत की।
कैलाशवासी भगवान शंकर की नगरी वाराणसी उ०प्र० से *डॉ०नसीमा निशा जी* की देशभक्ति सृजन खूब सराहा गया।
बिहार खगडिया से पधारी स्वर कोकिला *आ०श्वेता साक्षी "स्वराक्षी स्वरा" जी* ने श्रोताओं को मुग्ध कर खूब तालियां पायी।
असम के तिनसुकिया से कान्हा की दीवानी स्वर-साम्राज्ञी *आ०इन्दु शर्मा "शचि" जी ने देशभक्ति के भावों से भरी रचना प्रस्तुत की और श्रोताओं की वाहवाही लूटी।
इसी के साथ अनुपम अद्भुत संचालन पूर्ण कर *अलंकरण प्रमुख आ०सुमित शर्मा "पीयूष" जी* संचालन कार्य मुक्त होते हुए भार नवयुवा *ओजस्वी कवि आ० नीतेन्द्र सिंह परमार "भारत" जी* के सशक्त कंधों को सौंपा। आते ही आपने अपने ओजमय मधुर शब्दों से ..
देवो के देव महादेव की पावन नगरी वाराणसी, उत्तर प्रदेश से मंच पर विराजमान *कवियत्री आ० डॉ. रजनी अग्रवाल "वाग्देवी रत्ना" जी* ने कोकिलकंठ से देशभक्ति की अनुपम रचना देकर खूब सराहना पायी।
जौनपुर उ०प्र० से ...*आ०डॉ०सर्वेशानन्द "सर्वेश" जी* की लाजवाब प्रस्तुति
औरैया उत्तर प्रदेश से.... *आ० राकेश राज "पार्थ" जी* अति अनुपम प्रस्तुति
मिर्जापुर उत्तर प्रदेश से ... *आ०गगन उपाध्याय "नैना" जी* लाजबाब प्रस्तुति
वैशाली बिहार से *आ०साधना कृष्ण जी* मनमोहक प्रस्तुति
ललितपुर उत्तर प्रदेश .. से .. *आ० शिवानंद बंजारा जी* अप्रतिम अद्भुत प्रस्तुति
पटना बिहार से .... *आ० पं ०सुमित शर्मा पीयूष जी* देशभक्ति की अनुठी रचना
इलाहाबाद उत्तर प्रदेश से.. *आ०डा० राहुल शुक्ल "साहिल"जी* आप सभी की रचनाओं ने श्रोताओं को तालियां बजाने वाह वाह करने के लिए विवश कर दिया दर्शकदीर्घा में करतलध्वनि की गूंज लगातार होती रही जो आपकी सशक्त सृजन क्षमता का द्योतकमानी जायेगी।
जय जय
क्रमशः.........आपका
कौशल कुमार पाण्डेय "आस"बीसलपुरी।