Wednesday, May 22, 2019

  अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"- 5

सतर्कता  ,  चैतन्यता  ,   जागरूकता   तीन ।
यह ही त्रिमुखी ज्योति है,समझो इसे प्रवीन ।।
समझो इसे प्रवीन, लक्ष्य जीवन दिख जाता ।
परमेश्वर की  श्रेष्ठ , राह पर वह टिक जाता ।।
कह"अनंग"करजोरि , दूर  हो जाय .व्यर्थता ।
जागरूक , चैतन्य  ,  आत्मा  की  सतर्कता ।।
               अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"

एकावली छंद - सोम जी


◆ एकावली छंद ◆

शिल्प~ प्रति चरण 10 मात्राएँ
            [5-5 पर यति]

राम का,नाम ले।
              अक्ल से,काम ले।।
मान जा, तू कही।
              बात  है , ये  सही।।
छलकपट, यूं न कर।
               तू जरा ,सोच नर।।
रख रहा, जोड़कर।
              पर नही ,ये खबर।।
तेरा न ,कुछ यहाँ।
               जा रहा, तू कहाँ।।
तुझे कुछ, भी नहीं।
             सब यहीं ,का यहीं।।
इसलिए"सोम"रे।
             जपो हरि ,ओम रे।।

           ~शैलेन्द्र खरे"सोम"

गीत:- नंदकिशोर डोंगरे


तर्ज  -होठो से छू लो तुम
दीपक बनकर जग में,अंधकार हरण कर लो
पाखण्ड का पर्दा हटा,बुध्द धम्म ग्रहण कर लो
जग में मनुवाद बढ़ा, और अत्याचार बढ़े
नर नीच बता उनपर, हिंसक कानून गढ़े
नई रीत जगा जग में,करुणा समता कर लो
दीपक बनकर------
बुध्द खोज बताया है,धर्म ढोंग पसारा है
मानव निज स्वार्थ तले,इसे यहां विस्तारा है
जन्म से कोई जाति नही,बुध्द वाणी ग्रहण कर लो
दीपक बनकर जग में-------
कोई जन्म से शुद्र नही,कोई जन्म से विप्र नही
मानव जो कर्म करे,नर की पहचान वही
सन्मार्ग दिखाए जो ,वही धम्म ग्रहण कर लो
दीपक बनकर ----
रचना-नन्दकिशोर डोंगरे वारासिवनी 21-5-2019

Tuesday, May 21, 2019

मातृशक्ति कवि सम्मेलन सम्मान पत्र

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*_ⓂⓂ मातृशक्ति को समर्पित कवि सम्मेलन (दिनांक.12-05-2019.)के प्रतिभागियों को  "मातृ शक्ति सम्मान" पत्र प्रदान करने हेतु कार्यक्रम_ⓂⓂ*

21/05/2019 रात्रि  9:00 बजे से
~_
*विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत*

🍁सम्मान पत्र प्रदाता~~ *आ० ओम प्रकाश प्रफुल्ल फुलारा जी~*

प्राप्तकर्ता~
*आ० एस.के.कपूर _"श्रीहंस"_ जी*
( बरेली, उत्तर प्रदेश )
*आ० इन्दु शर्मा _"शचि"_ जी*
(तिनसुकिया असम )
*आ० राकेश राज  _"पार्थ"_ जी*
( औरैया,उत्तर प्रदेश )
*आ० हरीश बिष्ट  जी*
( रानीखेत,उत्तराखंड )
*आ० रवि रश्मि  _"अनुभूति"_ जी*
( मुबंई महाराष्ट्र )

🍁सम्मान पत्र प्रदाता~ *आ० हरिश बिष्ट जी~~*

प्राप्तकर्ता~
*आ० विश्वेश्वर शास्त्री  _"विशेष"_ जी*
( राठ,हमीरपुर उ.प्र. )
*आ० ओमप्रकाश फुलारा  _"प्रफुल्ल"_  जी*
( अल्मोड़ा,उत्तराखंड )
*आ० बिनोद कुमार _"हँसौड़ा"_  जी*
( दरभंगा,बिहार)
*आ० सुशीला धस्माना _"मुस्कान"_ जी*
( बरेली,उत्तर प्रदेश  )
*आ० नीतेन्द्र सिंह  परमार_"भारत"_ जी*
( छतरपुर,मध्यप्रदेश )
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सम्मान पत्र प्रदाता~ *आ. डॉ. राहुल शुक्ल 'साहिल ' जी~~*

प्राप्तकर्ता~
*आ० डॉ. आदेश कुमार  _"पंकज"_ जी*
( रेणुसागर सोनभद्र,उत्तर प्रदेश )
*आ० इंदु शर्मा  _"मेधा"_ जी*
( जयपुर,राजस्थान )
*आ० सुमित शर्मा  _"पियूष"_  जी*
( पटना,बिहार )
*आ० सुशीला जोशी जी*
( उ.प्र.)
*आ० जय अवस्थी  जी*
( कर्वी चित्रकूट ,उ.प्र. )

🍁सम्मान पत्र प्रदाता~ *आ० कौशल कुमार पाण्डेय आस जी~~*

प्राप्तकर्ता~
*आ० साधना कृष्ण जी*
( बैशाली, बिहार )
*आ० दिलीप कुमार पाठक _"सरस"_ जी*
(बीसलपुर, पीलीभीत उ.प्र. )
*आ० मंजु लता जैन जी*
( कटनी,म.प्र. )
*आ० रानी सोनी _"परी"_ जी*
( जयपुर,राजस्थान )
*आ० ममता सिंह राठौर _"मीत"_ जी*
( गाजियाबाद, दिल्ली )
*आ० भवानी सिंह राठौर _"भावुक"_ जी*
( नागौर,राजस्थान)

_आयोजक ~ विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत_

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Monday, May 20, 2019

अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग -5

आत्मतत्व को जानिए, ब्रह्मा, विष्णु, महेश ।
यह ही सारा विश्व  है, और  नहीं कुछ शेष ।।
और नहीं कुछ शेष ,प्रकृति सहयोग जरूरी ।
उसके बिना न होय  , किसीकी  इच्छा पूरी ।।
कह"अनंग"करजोरि,समझ इसके महत्व को।
रहता सबमें व्याप्त,समझिए आत्मतत्व को।।
               अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"

Sunday, May 19, 2019

शिखीरिणी छंद "सोम" जी

*◆ शिखरिणी छंद ◆*
विधान~
[यगण मगण नगण सगण भगण+लघु गुरु]
(122  222 111  112  211 12)
17 वर्ण, यति 6,11वर्णों पर, 4 चरण
[दो-दो चरण समतुकांत।]

चला  लेके सीता, सठ रुक अभी युद्ध कर रे।
अनाचारी  पापी,  ठहर  मन  में   दुष्ट   डर रे।।
अरे लोभी कामी, अधम  छल से सीय हरके।
अभी  तेरा  होगा, मरण खल ये काम करके।।
                             *~शैलेन्द्र खरे"सोम"*

अनंग पाल सिंह भदौरिया "अनंग" जी -4

ध्यान रूप मन तीर्थ जल , ज्ञान  रूप तालाब ।
इसमें  नित्य  नहाइये , छोड़  माल  असवाब ।।
छोड़ माल असवाब , मैल  मन का धो  डालो ।
राग-द्वेष मल मैल , रगड़कर  साफ  करालो ।।
कह"अनंग"करजोरि , बरसते  तभी ज्ञान घन ।
जब भी थिर हो जाय,आपका ध्यान रूप मन।।
                अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत मध्यप्रदेश इकाई द्वारा बुंदेली काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन। नीतेंद्र सिंह परमार भारत छतरपुर मध्यप्रदेश

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत मध्यप्रदेश इकाई द्वारा बुंदेली काव्य गोष्ठी का किया गया आयोजन। आज दिनांक 6 जुलाई 2025 दिन रविवार को गायत्री शक्तिप...