Monday, May 20, 2019

अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग -5

आत्मतत्व को जानिए, ब्रह्मा, विष्णु, महेश ।
यह ही सारा विश्व  है, और  नहीं कुछ शेष ।।
और नहीं कुछ शेष ,प्रकृति सहयोग जरूरी ।
उसके बिना न होय  , किसीकी  इच्छा पूरी ।।
कह"अनंग"करजोरि,समझ इसके महत्व को।
रहता सबमें व्याप्त,समझिए आत्मतत्व को।।
               अनंग पाल सिंह भदौरिया"अनंग"

No comments:

Post a Comment

प्रेमचंद रेडियो पर काव्यपाठ

मुंशी प्रेमचंद मार्गदर्शन केंद्र ट्रस्ट लमही वाराणसी उ.प्र. द्वारा संचालित रेडियों प्रेमचंद एप जिसके स्र...