Sunday, October 21, 2018

घनाक्षरी महाराजा छत्रसाल

महाराजा छत्रसाल

भारत के सूरवीर राजाओं का मान लिखूं।
वीरता रही हैं सदा जिनकी कमाल की।।
मुगलों से जीत कर,खाई कभी हार नही।
मौत को भगाते दूर,चंपत के लाल की।।
शिवाजी से मित्र मिले,चेहरे पे तेज खिले।
चेतक सवार वीर,सोभा नेक भाल की।।
बैरियो पे करे बार,मानी नही कभी हार।
जय घोष होगी सदा,वीर छत्रसाल की।।

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )

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