Thursday, August 8, 2019

आ० शिव गोविंद सिंह जी ( राष्ट्रगीत )

*आदरणीय गुरुदेव*
.     *आज एक राष्ट्रीय गीत ने सुबह पाँच बजे जन्म लिया,सर्व प्रथम पूज्य गुरुजनों की सेवा में समीक्षा हेतू समर्पित है,समीक्षा अवश्य करें*
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बन्दे मातरम् जय श्री राम,
        पल पल करते जायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ के,
             आगे बढ़ते जायेगें।।
              *(१)*
जात पात की तोड़ दिवारे,
         सबको गले लगायेंगें।।
भक्ति भाव की अविरल धारा
        घर घर तक पहुँचायेगें।।
हिन्दी,हिन्दू,हिन्दुस्ताँ की,
       ताकत बन कर छायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ,
            आगे बढ़ते जायेगें।।
                 *(२)*
राम कृष्ण माटी में खेले,
          माटी को महकाई है।।
गंध,सुगंध अपनी माटी की
          पवन देव फैलाई है।।
माथे तिलक लगा माटी का,
         सूर वीर वन जायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ के,
           आगे बढ़ते जायेगें।।
                 *(३)*
गंगा ,जमुना माई नर्मदा,
      जन जन का उद्धार करें।।सोना उपजे इस माटी से,
     सबका घर भण्डार भरें।।
एक एक पेड़ लगा धरती पर,
     धानी हम कर जायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ के,
         आगे बढ़ते जायेगे।।
               *(४)*
माँ बहिने और भारत माँ पर,
            गद्दारी कर जाते है।।
बल,बुद्धि सामर्थ मिला है,
        उनको भला सताते है।।
ऐसे दुश्मन पापियों को,
            धूल चटाते जायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ के,
            आगे बढ़ते जायेगें।।
                 *(५)*
अमन चैन होगा भारत में,
     कसम राम की खाते है।।
सोच लिया जो हमने मन में,
     करके सदा दिखाते है।।
कसम उठाकर अखण्डता की
     भगवा ध्वज फहरायेगें।।
वीर लाड़ले भारत माँ के,
         आगे बढ़ते जायेगें।।
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          *शिव गोविन्द सिंह*
  *जिलाध्यक्ष,बरेली (म.प्र.)*

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