Sunday, August 11, 2019

जय-जय हिंदी नियामवली

*@ जनचेतना नियमावली @*

विश्व जनचेतना ट्रस्ट भारत पंजि० ३०११ का उपक्रम:-

*जय-जय हिंदी पटल*

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  समूह के मुख्य व अनुषंगी पटलों हेतु

★ अनिवार्यताएँ (नियमावली) ★

१.
इस पंजिकृत पटल व इसके अनुषंगी पटलों पर सभी आयोजन दैनिक कार्यक्रमानुसार ही संचालित होंगे। कार्यक्रम से इतर व्यवहार अनुशासनहीनता ही होगा, जिस पर संबंधित को पटल-मुक्त या पटल वर्जना दी जा सकेगी।

२.
पटल परिवार में पारस्परिक सद्भाव व गतिविधि आधारित व्यवहार सर्वोपरि है। किसी भी प्रकार की दुविधा, विवाद या अस्पष्टता की स्थिति में पटल प्रबंधन से ही वार्त्ता हो। पटल पर वर्जना दिये जाने पर किसी भी परिस्थिति में तर्क-वितर्क न हो।

३.
मुख्य व अनुषंगी पटलों पर दैनिक उपस्थिति की व्यवस्था है, जो प्रति सप्ताह पटल पर भी रखी जायेगी। अत: प्रत्येक पटल प्रतिभागी के लिये सप्ताह में न्यूनतम एक उपस्थिति अनिवार्य है | लगातार दो सप्ताह की अनुपस्थिति\निष्क्रियता पटल से पृथक करने का सशक्त कारण होगी।

४.
यदि अनुपस्थिति की अपरिहार्यता हो, तो संबंधित पटल को (न कि एडमिन को)  लिखित में सूचित करें। आपको अनुपस्थिति न मानकर अवकाश पर माना जायेगा, परन्तु अवकाशोपरान्त नियम ३ की पालना होगी।

५.
दिवस विशेष पर प्रासंगिक व सामयिक लेखन कार्यक्रम में अधिसूचित न होने पर भी किया जा सकेगा। पर इसके साथ उस दिन के विषयादि की पालना भी होनी चाहिए , अन्यथा इसे उच्छृंखलता माना जायेगा।

६.
नित्य विषयानुरूप सदस्यगण कितनी भी रचनाएँ पटलार्पण कर सकेंगे, परन्तु समीक्षा व किसी विशेष उद्देश्य से होने वाले चयन में एकमात्र प्रथम रचना को ही वरीयता दी जायेगी। इस हेतु किसी भी प्रकार का निवेदन अस्वीकृत ही होगा।

७.
पटल पर किसी भी प्रकार के धार्मिक, जातीय, राजनैतिक, जादू-टोना-चमत्कार, टॉक-टाईम, कोई भी लिंक, इस से भिन्न प्रचार-प्रसार, कपोल-कल्पना, अमर्यादित शब्दावली व किसी भी दृष्टि से आपत्तिजनक चित्र, ऑडियो, वीडियो, संदेश इत्यादि न रखें जाए। यदि ऐसा किया जाता है , तो तत्क्षण पटल-मुक्त किया जा सकेगा।

८.
साथ ही कोई भी स्वयं के या किसी की रचना के प्रशंसात्मक ऑडियो रख सकेगा,स्वंय की उपलब्धियों, रचना प्रकाशन या अन्य रचनाओं से सम्बंधित चित्रादि, अनुषंगी पटल *"जय जय काव्य चित्रशाला"* पर प्रेषित करने का प्रावधान है।

९.
सनद रहे कि किसी भी परिस्थिति में बिना संबंधित से सार्वजनिक अनुमति लिये परस्पर इंबॉक्स में संपर्क न किया जाए। यदि ऐसा किया जाता है तो यह निजता व मर्यादा का उल्लंघन होगा,जिस पर वैधिक कार्यवाही हो सकती है।इसकी नैतिक व वैधिक जिम्मेदारी मात्र  दोनों पक्षों की होगी।पटल का इसमें कोई प्रभार न होगा।

१०.
समूह में किसी को जोड़ने-निकालने का अधिकार प्रशासक मंडल के पास सुरक्षित रहेगा। अब से प्रवेश प्रक्रिया से ही समूह की सदस्यता दी जा सकेगी। बिना प्रशासक मंडल की स्वीकृति के कोई एडमिन भी अपने स्तर पर निर्णय न कर सकेगा। साथ ही यदि बिना कुछ कहे कोई प्रतिभागी पटल छोड़ता है तो उसे पुन: जोड़ने पर प्रशासक मंडल की संस्तुति अनिवार्य होगी।

११.
पटल पर वय व अनुभव का समादर होना ही चाहिए , परन्तु कनिष्ठ व नवागतों को संबल देते हुये उनके मान की रक्षा करना भी हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।अत: सबके प्रति सम व्यवहार होना ही चाहिए।

१२.
परिवार में संभव है कि किसी विषय , प्रविधि या अन्यान्य प्रकार से समस्या उत्पन्न हो , ऐसी स्थिति में हम सभी को बिना उद्वेलित हुये तार्किकता व सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्मानजनक ढंग से समाधान का प्रयास करना चाहिए। ऐसा न हो कि किसी से हठधर्मिता व पक्षपातपूर्ण हो जाए, यदि हुआ तो प्रशासक मंडल का निर्णय अंतिम होगा।

१३.
प्रशासक मंडल सहित मुख्य व अनुषंगी पटलों पर भी यह नियमावली सर्वमान्य रहेगी और कोई भी इन नियमों से मुक्त नहीं हैं।

🙏 पटल को आशा व पूर्ण विश्वास है कि आप सब व्यक्तिश: व समूहश: हमारा गौरव बनेंगे और. साहित्यिक क्षेत्र में कुछ सार्थक करने में हमारे सहयोगी होंगे।

🙏 सादर सूचनार्थ व पालनार्थ
  निवेदक ~ विश्व जनचेतना ट्रस्ट 'भारत'

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