Monday, January 14, 2019

गीत

गीत

चला आ रहा हूँ सनम धीरे-धीरे।
जरा मुसुकाना सनम धीरे-धीरे।।
धड़कन में रहती सासों से कहती।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।

रूठा जमाना हमसे रूठी खुदाई।
कैसे सहूंगा तेरी में जुदाई-जुदाई।
ख्वाबों में आना सनम धीरे-धीरे।।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।1।।

झूठी ये दुनिया झूठी ये कसमें।
दिल रह सका न मेरे दिल के बसमें।।
वादे बताना सनम धीरे-धीरे।।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।2।।

चमन की गुलाबी फिज़ा मिल रही है।
मायूस चेहरों पर हँसी खिल रही हैं।।
राजे दिल सुनाने सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।3।।

तेरी बंदगी का सहारा ना होता।
तुम बिन हमारा गुजारा ना होता।।
आँसू मत बहाना सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।4।।

खुदा ने रचाया खुदा की नुमाइश।
मिले आज दोनो मेरी गुजारिश।।
भारत हसायें सनम धीरे-धीरे।
गले से लगाना सनम धीरे-धीरे।।5।।

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )
सम्पर्क :- 8109643725

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