Friday, December 21, 2018

मुक्तक :- नीतेन्द्र सिंह " भारत "






मुक्तक

आज व्याकुल मेरा,क्यों ये मन हो रहा।
शीलता न्याय को,क्यों वतन रो रहा।।
सभ्य वाणी को,सुनने को अधीर हूँ।
नित्य भारत यहा क्यों,रतन खो रहा।।


विडियो की लिकं:- https://youtu.be/bgNhGFQsb3o

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर ( मध्यप्रदेश )



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