🍁 *मत्ता छन्द* 🍁
विधान- मगण भगण सगण +गुरू =10 वर्ण प्रति चरण चार चरण 4-6 वर्ण पर यति, दो- दो चरण समतुकान्त
222 2 11 112 2
मोदी मेरे, सब गुन जाने|
सारे वासी, प्रियवर माने||
हे दामो जी, तुम जन धारा|
फैले चारों, तरफ उजारा||
गूंजी तालें, जग मुद जोगी|
बाजे ढोला, जय जय होगी||
बोलो मोदी, निर भय मोदी|
सारे बोलो, जय जय मोदी||
सच्चा प्रेमी, अविरल बोले|
पोलें सारी, रिपु जड़ खोले||
मानै ज्ञाता, करमठ योगी|
भागे सारे ठग मन रोगी||
© डॉ० राहुल शुक्ल 'साहिल'
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