Friday, March 29, 2019

अनंगशेखर छंद नीतेन्द्र सिंह परमार भारत

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*अनंगशेखर छंद*
शिल्प : जगण रगण जगण रगण जगण गुरु
16 वर्ण, दो दो चरण समतुकांत
121 212 121 212  121  2

निहार लीजिये  हिया विकार मुक्त हों अभी।
सुधार  लीजिये  सुनों विचार  युक्त हों सभी।।
बनी  रहे  कृपालु  आपकी   कृपा   सुहावने।
निहारते    रहें    सदैव    सोमजू    लुभावने।।

नीतेन्द्र सिंह परमार " भारत "
छतरपुर  ( मध्यप्रदेश )

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1 comment:

  1. यह तो पञ्चचामर छंद है आदरणीय,,,, क्या अंगशेखर और पञ्चचामर एक ही होता है।

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