Thursday, March 21, 2019

आ० शैलेन्द्र खरे सोम जी

आप सभी को रंगोत्सव की हार्दिक बधाई🌹🍁🍁🌹🍁👏👏👏👏👏

◆मुक्तक◆

मापनी~1222 1222 1222 1222

हमारी  एकता,अभिसार  का आधार होली है।
भरे हर रंग  जीवन  में  जगत  श्रृंगार होली है।।
भुलाकर द्वेष अब सारे लगा लेना गले सबको,
समर्पण, प्रेम, श्रद्धा  का  हृदय उद्गार होली है।।

                                   ~शैलेन्द्र खरे"सोम"

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